मतदाता सूची ही नहीं तो कैसे होगा प्रधानी चुनाव, 25 दिसंबर तक पूरा हो रहा त्रिस्तरीय पंचायत
पंचायत चुनाव के पूर्व होने वाली तैयारियां लॉकडाउन के पहले से ठप हैं। इस कारण मतदाता सूची बनना तो दूर पुनरीक्षण भी शुरू नहीं हुआ है।
वाराणसी, जेएनएन। ग्राम प्रधानों का कार्यकाल इस वर्ष 25 दिसंबर को पूरा हो जाएगा। पंचायत चुनाव के पूर्व होने वाली तैयारियां लॉकडाउन के पहले से ठप हैं। इस कारण मतदाता सूची बनना तो दूर पुनरीक्षण भी शुरू नहीं हुआ है। ऐसे में प्रधान सहित अन्य पंचायत पदों का चुनाव इस वर्ष होना संभव नहीं दिख रहा है।
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के पूर्व बीएलओ (बूथ लेवल अधिकारी) की तैनाती होती है। इसके बाद मतदाता सूची का पुनरीक्षण शुरू होता है। उसमें नए नाम जोडऩे, नामों में संशोधन, नाम काटने की दो महीने तक प्रक्रिया चलती है। इसके बाद मतदाता सूची का प्रकाशन, लोगों से दावे और आपत्तियां लेना, पुन: सूची का संशोधन और अंत में अंतिम प्रकाशन होता है। साथ ही ग्राम पंचायतों की आरक्षण सूची तैयार करने की प्रक्रिया होती है। इस सबमें करीब छह से आठ महीने का समय लगता है। लॉकडाउन के पहले मार्च में बैठकों से कवायद शुरू हुई थी, लेकिन अचानक कोरोना संक्रमण ने सभी प्रक्रिया पर ब्रेक लगा दिया। ऐसे में चुनाव तैयारी में लगे प्रधान पर के दावेदारों को निराशा हाथ लगी है। इससे लॉकडाउन के दौरान जरूरतमंदों की मदद करने की उनकी सक्रियता अब ठंडी पड़ गई है।
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर अब तक आदेश नहीं आया
लॉकडाउन के बाद राज्य निर्वाचन आयोग से त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर अब तक आदेश नहीं आया है। आगे जो आदेश मिलेगा उस हिसाब से कार्य किया जाएगा।
- आरआर वर्मा, सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी, पंचस्थानिक।