ICC Cricket World Cup : पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी तैयार विश्व कप क्रिकेट 'ट्रॉफी', इनको मिलेगी
विश्व कप क्रिकेट की विशिष्ट ट्रॉफी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी तैयार है। यह ट्रॉफी क्रिकेटरों को नहीं मिलेगी।
वाराणसी, जेएनएन। इंग्लैंड में चल रहे विश्व कप क्रिकेट के मैचों के दौरान विभिन्न मैदानों में आपको ट्रॉफी का दीदार हो रहा है। विश्व कप क्रिकेट की विशिष्ट ट्राफी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी तैयार है। यह ट्रॉफी क्रिकेटरों को नहीं मिलेगी। टीम इंडिया के चैंपियन होने पर यह विशिष्ट तोहफा क्रिकेटरों की पत्नियों को और अगर वह कुंवारें हैं तो उनकी माताओं को मिलेगा।
वाराणसी में टीम इंडिया के लिए खास विश्व कप तैयार है। विश्व कप साड़ी विभिन्न रंग में तैयार की गई हैं। खास तौर से बनाई गई इन साड़ियों पर क्रिकेट विश्व कप डिजाइन किया गया है। यह साड़ी न केवल वाराणसी की गंगा- जमुनी तहजीब को दर्शाती है, बल्कि इसका रंग-रूप भी पूरी तरह से क्रिकेट के रंग में रंगा हुआ। इस साड़ी पर विश्व कप कप के लोगो के साथ छोटे डिजाइन के गेंद और बल्ले भी उकेरे गए हैं।
क्रिकेट विश्व कप में टीम इंडिया के खिलाड़ियों पर सभी की नजर है। अगर टीम इंडिया जीती तो हर कोई विराट सेना का अपनी तरह से स्वागत करेगा। तोहफे भी देगा, लेकिन पीएम मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी टीम इंडिया के लिए एक खास तरह का तोहफा तैयार कर रहा है। टीम इंडिया ने फाइनल जीता तो वाराणसी में क्रिकेटर्स की पत्नी व माताओं को ट्रॉफी के डिजाइन के साथ बनी कतान सिल्क साड़ियां तोहफे में दी जाएंगी।
विश्व कप के लोगो वाली साड़ियों के डिजाइन को लेकर क्रिकेट प्रेमियों में दीवानगी दिख रही है। महिलाएं भी इसे खरीदने के लिए पहुंच रही हैं। कई सारे मॉडलिंग इंस्टीट्यूट ने तो अपने फैशन शो के लिए भी इस साड़ी को लेने में दिलचस्पी दिखाई है।
खास है कतान सिल्क विश्व कप साड़ी
बनारसी साड़ी के कारोबारी सर्वेश कुमार श्रीवास्तव ने इस साड़ी को डिजाइन किया है। इस कतान सिल्क साड़ी को बुनकर मुबारक अली ने 20 दिनों में बुना है। इसे टीम इंडिया के खिलाड़ियों की टीशर्ट के रंग में बुना गया है। आसमानी साड़ी के बॉर्डर पर नारंगी रंग से क्रिकेट के प्रतीक चिह्न बुने गए हैं। इस साड़ी पर विश्व कप के लोगो के साथ छोटे डिजाइन के गेंद और बल्ले भी उकेरे गए हैं। नारंगी रंग के आंचल पर मीनाकारी का महीन काम किया गया है, जो बनारस के परंपरागत साड़ी उद्योग का बेहतरीन नमूना है। व्यापारी सर्वेश कुमार ने बताया कि पहली साड़ी बनकर तैयार है। एमएसएमई विभाग के सहयोग से टीम इंडिया के हर सदस्य को यह साड़ी उपहार में दी जाएगी।