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आजमगढ़ के डोडोपुर गांव में रसोई गैस सिलेंडर फटने से मकान ध्वस्त, 11 घायल

डोडोपुर गांव में शुक्रवार की शाम रसोई गैस सिलेंडर फटने से मकान ध्वस्त हो गया। उसके मलबे में दबकर घायल 11 लोगों को गंभीर हालत में मंडलीय जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। पुलिस घटना की वजह तलाशने में जुट गई है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Fri, 24 Sep 2021 08:18 PM (IST)Updated: Fri, 24 Sep 2021 09:05 PM (IST)
आजमगढ़ के डोडोपुर गांव में रसोई गैस सिलेंडर फटने से मकान ध्वस्त, 11 घायल
आजमगढ़ के निजामाबाद थाना क्षेत्र के डोडोपुर गांव में शाम को रसोई गैस सिलेंडर फटने से मकान ध्वस्त हो गया

जागरण संवाददाता, आजमगढ़। डोडोपुर गांव में शुक्रवार की शाम रसोई गैस सिलेंडर फटने से मकान ध्वस्त हो गया। उसके मलबे में दबकर घायल 11 लोगों को गंभीर हालत में मंडलीय जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। पुलिस घटना की वजह तलाशने में जुट गई है। एएसपी सुधीर जायसवाल, एसडीएम राजीव रत्न सिंह, इंस्पेक्टर मोतीलाल पटेल फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए थे।

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डोडोपुर गांव के लालमन की बहू जासमीन अपनी ननद नाज के साथ घर में भोजन पकाने को गैस जलाई ही थी सिलिंडर से लपटें उठने लगीं। जान सांसत में पड़ती देख दोनों शोर मचाते हुए घर से बाहर भाग निकलीं। दरअसल, उस समय परिवार के लोग बाजार गए हुए थे। शोर सुनकर ग्रामीण भागकर पहुंचे तो अपने-अपने तरीके से आग बुझाने में जुट गए।आग बुझाने के चक्कर में कई लोग झुलस गए तो वहीं सिलिंडर ब्लास्ट होने के साथ दो कमरे का मकान ध्वस्त हुआ तो उसके मलबे में दबकर बाकी लोग घायल हो गए। धमाका इतना तेज था कि आंगन में लगा टीनशेड हवा मे उड़ता नजर आए। थाना प्रभारी पहुंचे तो ग्रामीणों की मदद से मलबा हटाए।घायलों में रबीरुन (40) पत्नी लालमन, फिरदौस (14)पुत्री इरशाद, बिल्लो (10) पुत्री इशाद, नाज (22) पुत्री लालमन, सैफ (16) पुत्र महसर, महसर (40) पुत्र इसराइल, सलमा (8) पुत्री कलामू, साहिल (6) फुजैल, हाकुर (27) पुत्र ढेलई आदि शामिल हैं। सभी को इलाज के लिए मंडलीय अस्पताल भेजा गया।

हादसे की भनक लगते ही प्रशासन ने तीन एंबुलेंस मौके पर भेजा। बारिश के कारण तमसा नदी का पानी गांव में घुस आने से बचाव कार्य में परेशानी आ रही थी। एएसपी बताया कि घायलों की संख्या 11 हो गई है। सना नाम की एक बालिका को पुलिस ने निकाला है।वहीं जिला अस्पताल से लौटे एडीएम प्रशासन नरेंद्र सिंह ने बताया कि मकान ध्वस्त होने से पहले सभी लोग झुलस चुके थे, जिसमें चार की हालत गंभीर है।फिलहाल अभी सभी को बेहतर इलाज उपलब्ध कराना प्रशासन की प्राथमिकता है। बाकी सहायता के बारे में बाद में विचार किया जाएगा।


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