वाराणसी में covid-19 संक्रमितों के ठीक होने के आंकडों में सुधार से जगी उम्मीदें
कोरोना वायरस संक्रमण ने जिस तेजी से जिले में अपने पैर पसारे हैं उसी अनुरुप प्रशासन ने भी सक्रियता बढ़ाते हुए कांटैक्ट ट्रेसिंग और सैंपल कलेक्ट करने में सजगता दिखाई है।
वाराणसी, जेएनएन। कोरोना वायरस संक्रमण ने जिस तेजी से जिले में अपने पैर पसारे हैं उसी अनुरुप प्रशासन ने भी सक्रियता बढ़ाते हुए कांटैक्ट ट्रेसिंग और सैंपल कलेक्ट करने में सजगता दिखाई है। सक्रियता का ही परिणाम है कि नए मामले मिलने के बाद भी प्रशासन और चिकित्साकर्मी सजगता से लोगों की सेहत सुधार और निगरानी में लगे हुए हैं। इसकी वजह से काफी हद तक संक्रमण पर लगाम लगाने में भी कामयाबी प्रशासन को मिली है।
बाजार में कोरोना जांच में कारोबारियों को जोड़ने की पहल की वजह से अब बाजार में भी कारोबारियों में भय कम हुआ है। साथ ही संक्रमण के मामलों में तेजी से निगेटिव आ रहे मरीजों से चिकित्सकों के भी हौसले बुलंद हैं। जिले में कोरोना संक्रमण के बेहतर इलाज के अवसर उपलब्ध होने से कोविड के तीन स्तरीय अस्पतालों में इलाज की सुविधा मरीजों के लिए उपलब्ध है। हालांकि बीते दिनों मरीजों के भागने और मौत होने से स्वास्थ्य के मामलों को लेकर बीएचयू में सुविधाएं कठघरे में भी रही हैं।
आंकडों में जिले में कोरोना संक्रमण
जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों के बढ़ने का सिलसिला जारी है। दूसरी ओर इसके सापेक्ष कांटैक्ट ट्रेसिंग और सैंपल लेने की गति भी प्रशासन के स्तर पर बढाई गई है। बुधवार की सुबह 11 बजे जारी कोरोना वायरस के मेडिकल बुलेटिन के अनुसार 2242 परिणाम बीते 24 घंटे में घोषित किए गए हैं। परिणामों के सापेक्ष जहां 103682 सैंपल लिए गए हैं वहीं 93030 परिणाम अब तक घोषित किए जा चुके हैं। वहीं जिले में अब तक 7114 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं। जबकि 129 लोगों की अब तक इससे मौत हो चुकी है। जबकि चौबीस घंटों में अब तक 149 नए पॉजिटिव मरीज पाए गए हैं। वहीं 1504 सक्रिय केस वाराणसी जिले में अब मौजूद हैं। हालांकि 5481 लोग अब तक जिले में कोरोना वायरस को मात दे कर स्वस्थ हो चुके हैं। अब तक जिले में 85916 लोग जांच में निगेटिव पाए गए हैं।
होम आइसोलेशन से कम हुआ दबाव
जिले में कम लक्षणों या असिम्पटमिक मरीजों के होम आइसोलेशन और उनके घर तक सुविधाएं पहुंचाने और आइवरमेक्टिन जैसी दवाओं के वितरण के बाद से मरीजों का हौसला भी बढ़ा है। जबकि घरों में आइसोलेट मरीजों की सेहत में अपेक्षाकृत सुधार होने से प्रशासन का जोर जिन लोगों के घरों में सुविधाएं उपलब्ध हैं उनको घर में ही रखने की कोशिश है। ऐसे लोगों के सेहत की घर पर ही निगरानी रखी जा रही है।