वाहनों में लगे हूटर से बिगड़ रही शहर की आबोहवा, जिलाधिकारी ने विभागध्यक्षों को भेजा पत्र
वीआइपी जनप्रतिनिधियों अफसरों आपातकालीन वाहनों में लगे हूटर शहर की आबोहवा बिगाड़ रही है।
वाराणसी, जेएनएन। वीआइपी, जनप्रतिनिधियों, अफसरों, आपातकालीन वाहनों में लगे हूटर शहर की आबोहवा बिगाड़ रही है। हूटर का इस्तेमाल आपातकालीन और विषम परिस्थितियों में करने की बजाय लोग जाम से राहत पाने के लिए कर रहे हैं। तेज आवाज के हूटर से ध्वनि प्रदूषण फैलने के साथ लोग बहरेपन के शिकार हो रहे हैं। हूटर के बढ़ते दुरुपयोग को रोकने लिए डीएम ने सभी विभागाध्यक्षों को पत्र लिखकर वाहनों में लगे हूटर का आपातकालीन में इस्तेमाल करने को कहा है। चालकों को हिदायत दी जाए कि अनायास हूटर का उपयोग नहीं करें, यदि चालक बार-बार हूटर का इस्तेमाल करता है तो उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई करें।
मंत्री, सांसद, विधायक, अफसरों, एंबुलेंस, फायर बिग्रेड, पुलिस आदि विभाग की गाडिय़ों में हूटर लगे होते हैं। आपातकालीन या विषम परिस्थितियों में वाहनों में लगे हूटर का इस्तेमाल करना चाहिए लेकिन लोग मनमाने तरीके से हूटर का इस्तेमाल करते हैं। कुछ माहौल बनाने के लिए तो कुछ जाम में फंसने पर, यह गलत है। जाम में गाडिय़ां एक-दूसरे से सटी रहती है, फिर भी चालक हूटर बजाता रहता है। तेज आवाज हूटर से आसपास और वाहनों पर बैठे लोग हाथ से कान को बंद लेते हैं जिससे तेज आवाज सुनाई नहीं पड़े। यदि पास में छोटा बच्चा है तो वह डर जाता है, डर के मारे तेज आवाज सुनकर रोने लगता है। परिजन के कहने के बाद भी चालक ध्यान नहीं देते हैं।
बोले अधिकारी : हूटर और सायरन का प्रयोग पुलिस को हर समय करने का अधिकार नहीं है। बदमाशों का पीछा करते समय या फिर आकस्मिक परिस्थितियों में। यह नियम सभी के साथ लागू होता है। चेकिंग में मनमाने तरीके से हूटर लगाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश है।
-लक्ष्मीकांत मिश्रा, उप परिवहन आयुक्त
वाहनों में सभी लोग हूटर नहीं लगा सकते हैं। प्रमुख गाडिय़ों में हूटर लगते हैं लेकिन कुछ लोगों ने मनमाने तरीके से चोरी-छिपे लगा रखे हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए परिवहन, यातायात और पुलिस विभाग को निर्देश दिया गया है। हूटर का दुरुपयोग करने वाले चालकों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश विभागाध्यक्षों को दिया गया है।
-सुरेंद्र सिंह, जिलाधिकारी