वाराणसी के चोलापुर में धर्मांतरण के शक में हिंदू संगठन व इसाई मिशनरीज में नोकझोंक
वाराणसी के चोलापुर थाना क्षेत्र के बेला गांव में रविवार दोपहर धर्मांतरण कराए जाने की जानकारी मिलने पर हिंदू युवा शक्ति संगठन के कार्यकर्ताओं ने मौके पर पहुंचकर विरोध जताया।
वाराणसी, जेएनएन। चोलापुर थाना क्षेत्र के बेला गांव में रविवार दोपहर धर्मांतरण कराए जाने की जानकारी मिलने पर हिंदू युवा शक्ति संगठन के कार्यकर्ताओं ने मौके पर पहुंचकर विरोध जताया। इस दौरान ईसाई मिशनरी और हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं में जमकर नोकझोंक हुई। हालांकि मामला थाने पहुंचने पर दोनों पक्षों ने आपस में सुलह समझौता कर लिया।
जानकारी के अनुसार बेला (बजड़ापुर) गांव निवासी संतोष कन्नौजिया के घर के सामने धर्मांतरण किए जाने की सूचना पर हिंदू युवा शक्ति संगठन के केंद्रीय कार्यालय संरक्षक प्रवीण दूबे के नेतृत्व में पवन वर्मा, नीतेश विश्वकर्मा, स्वतंत्र सिंह, राजीव पाठक, आशुतोष पांडेय, रतन गुप्ता, बॉबी विश्वकर्मा, शुभम तिवारी समेत दर्जन भर कार्यकर्ता मौके पर पहुंचकर विरोध शुरू कर दिया। इस दौरान दोनों पक्षों में जमकर नोकझोंक शुरू हुई। चोलापुर पुलिस दोनों पक्षों के दर्जन भर लोगों को हिरासत में लेकर थाने ले आई। मामले में एक तरफ जहां हिंदू युवा शक्ति के संरक्षक प्रवीण दुबे ने आरोप लगाया कि लोगों को लालच देकर सैकड़ों की संख्या में इसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ संतोष कनौजिया का कहना था कि वे लोग शांतिपूर्वक ढंग से प्रार्थना सभा कर रहे थे, जिसको उपरोक्त लोगों ने भंग कर दिया, धर्मांतरण कराने का आरोप गलत है।
मामले की जानकारी मिलते ही विश्व हिंदू परिषद जिलाध्यक्ष राजेश कुमार पांडेय, बजरंग दल उपासना प्रमुख अनिल यादव, बजरंग दल के सदस्य सोनू, सूबेदार, यादव, राकेश सिंह , आशीष, अर्जुन चौबे समेत कई लोग चोलापुर थाने पहुंचे। राजेश पांडेय ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि अगर यही स्थिति बनी रही तो जल्द ही हिंदू अल्पसंख्यक हो जाएगा। थानाध्यक्ष कुलदीप दुबे ने बताया कि इस मामले में भले ही दोनो पक्ष ने सुलह कर लिया, लेकिन मौके पर मौजूद लोगों को चिन्हित कर महामारी अधिनियम के तहत विधिक कार्रवाई की जाएगी।