हिंदी दिवस पर शहर में कई आयोजन, हिंदी की महत्ता पर विशेषज्ञों ने डाला प्रकाश Varanasi news
हिंदी बेहद सरल और उत्तम भाषा है। हिंदी को अंग्रेजियत से नहीं दबाया जा सकता। हिंदी ही देश को एकता के सूत्र में जोड़ेगी।
वाराणसी, जेएनएन। हिंदी बेहद सरल और उत्तम भाषा है। हिंदी को अंग्रेजियत से नहीं दबाया जा सकता। हिंदी ही देश को एकता के सूत्र में जोड़ेगी। ये बातें शनिवार को हिंदी दिवस पर नेहरू युवा केंद्र संगठन और युवा मंडल रामेश्वर की ओर से वीआर पब्लिक स्कूल में आयोजित समारोह में मुख्य अतिथि डॉ. सीपी सिंह ने कही। प्रधानाचार्य मन्नूलाल समेत रंजीत तिवारी, सुनील कुमार, मंजीत वर्मा, लालू यादव, सविता देवी, मोनी देवी आदि मौजूद थे।
हिंदी हमारी संवेदना की भाषा : सेवापुरी स्थित पंडित दीनदयाल बालिका महाविद्यालय में हिंदी दिवस पर बोलते हुए प्राचार्या डॉ. यशोधरा शर्मा ने कहा कि ¨हदी भाषा हमारी संवेदना की भाषा है। हमें हिंदी भाषा का उपयोग अधिक करना चाहिए। डॉ. कमलेश वर्मा, सृष्टि विश्वकर्मा, डॉ. रामकृष्ण डॉ. रवि प्रकाश गुप्ता, डॉ. सत्यनारायण वर्मा, डॉ. अर्चना गुप्ता, प्रो. घनश्याम कुशवाहा ने भी लोगों को संबोधित किया।
हिंदी को राष्ट्र भाषा का मिले दर्जा : चोलापुर के रजला गाव स्थित पंडित रामप्रवेश चौबे महाविद्यालय में हिंदी दिवस पर डॉ. इंदीवर पाडेय ने कहा कि हिंदी को राष्ट्र भाषा के रूप में स्थापित करने के लिए संवैधानिक स्वरूप को बदलना होगा। हिंदी भाषा को अंग्रेजियत से नहीं दबाया जा सकता है। हिंदी को राष्ट्र भाषा बनाने के लिए संवैधानिक स्वरूप को बदलना होगा। प्राचार्य डॉ. पीके दुबे, प्रबंधक सतीश चौबे, डॉ. अरुण पांडेय आदि लोग मौजूद थे।
बच्चों की कविता ने मोहा मन : चोलापुर के महुआतर स्थित आरएनएस पब्लिक स्कूल में हिंदी दिवस पर बच्चों ने कविता प्रस्तुत कर लोगों का मन मोहा। प्रबंधक राजेंद्र प्रसाद सिंह, प्रधानाचार्या विनीता मिश्रा, राहुल चतुर्वेदी, अभिनव त्रिपाठी, अरविंद यादव, नीरज सिंह आदि लोग मौजूद थे।