जर्मनी के डोमोटेक्स कालीन मेला में छाने को तैयार 'गुलफरांग', ईरान की पुरानी डिजाइन पर इटली के डिजाइनर चढ़ा रहे रंग
जर्मनी के हनोवर शहर में संपन्न होने जा रहे चार दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय कालीन मेला में इस बार छाने के लिए हस्तनिर्मित मखमली कालीनों के लिए विख्याकत कालीन नगरी भदोही में गुरफरांग तैयार।
भदोही, जेएनएन। जर्मनी के हनोवर शहर में आगामी 10 जनवरी से संपन्न होने जा रहे चार दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय कालीन मेला (डोमोटेक्स) में इस बार छाने के लिए हस्तनिर्मित मखमली कालीनों के लिए विख्याकत कालीन नगरी भदोही में गुरफरांग तैयार हो रही है। ईरान की पुरानी डिजाइन को इटली के डिजाइनर नया रंग व कलेवर देकर परोसने की तैयारी की गई है। खैर इसका क्या जलवा रहा, निर्यातक का प्रयास कितना सफल रहा यह तो मेले में मिलने वाले आर्डर के बाद ही तय होगा लेकिन इसे उतारने की तैयारी कर चुके गोपीगंज नगर स्थित ग्लोबल ओवरसीज कंपनी के बृजेश कुमार गुप्ता को विश्वास है कि इस बार नए लुक वाले उत्पादों को पसंद किया जाएगा। इसी तरह अन्य निर्यातकों ने आयातकों की पसंद का ध्यान रखते हुए कुछ अलग हटकर उत्पाद तैयार कराए हैं।
बुक हुए 110 स्टाल, कमर कस रहे निर्यातक
डोमोटेक्स मेले में भागीदारी के लिए निर्यातक कमर कसकर तैयार हैं। कालीन निर्यात संवर्धन परिषद (सीईपीसी) भारतीय निर्यातकों की अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित करने में जुटी है। मेले में भागीदारी के लिए 110 निर्यातकों ने स्टाल की बुङ्क्षकग करा ली है। जबकि 15 से 20 निर्यातकों से वार्ता चल रही है। संभावना जताई जा रही है भागीदारी करने वाले निर्यातकों की संख्या 150 तक पहुंचेगी। निर्यातकों ने सेंपल भेजना भी शुरू कर दिया है।
आयातकों का ध्यान खींचने की तैयारी
ग्लोबल ओवरसीज कंपनी की ओर से इस बार जहां गुलफरांग कालीन से डोमोटेक्स में आयातकों का ध्यान आकर्षित करने के प्रयास में जुटी है तो टैक्सिको के इम्तियाज अंसारी ने भी अलग हटकर सेंपल तैयार कराए हैं। उनका कहना है कि ग्राहकों की पसंद का पूरा पूरा ध्यान रखा गया है। श्याम नारायण यादव, रामचंद्र गुप्ता सहित अन्य निर्यातकों ने मेले में प्रदर्शन के लिए नई वेराइटीज को उतारने की तैयारी कर रखी है।
इस बारे में सीईपीसी के वरिष्ठ प्रशासनिक सदस्य उमेश कुमार गुप्ता ने कहा कि सीईपीसी द्वारा तीन हजार स्क्वायर मीटर में स्टाल को हायर किया है। जिसमें 140 से 150 स्टाल लगाए जा रहे हैं। परिषद के माध्यम से 110 निर्यातकों ने पहले ही स्टाल बुक करा लिया है जबकि 10 से 15 लोगों की परिषद से वार्ता चल रही है। पांच जनवरी से निर्यातकों की रवानगी होने लगेगी।