बीएचयू में बोलीं अंशुला कांत - बैंकिंग क्षेत्र में युवाओं के लिए अपार संभावनाएं Varanasi news
विश्व बैंक की नवनियुक्त प्रबंध निदेशक और मुख्य वित्त अधिकारी अंशुला कांत ने कहा कि भारतीय स्टेट बैंक में भी कॅरियर बनाने के काफी अवसर हैं।
वाराणसी, जेएनएन। विश्व बैंक की नवनियुक्त प्रबंध निदेशक और मुख्य वित्त अधिकारी अंशुला कात ने कहा कि भारतीय स्टेट बैंक में भी कॅरियर बनाने के काफी अवसर हैं। इससे जुड़कर छात्रों को देश की अर्थव्यवस्था में अहम योगदान देना चाहिए। विदेशी निवेश, मैन्यूफैक्च¨रग, हाउसिंग के क्षेत्र में हमारा देश काफी प्रगति कर रहा है। पूरा विश्व भारत की अर्थव्यवस्था को एक नए नजरिए से देख रहा, नई उम्मीद तलाश रहा। देश की अर्थव्यवस्था काफी तेजी से प्रगति की ओर अग्रसर है। विदेशी निवेश भी बढ़ा है। वह मंगलवार को बीएचयू के प्रबंध शास्त्र संस्थान में सप्ताहव्यापी छात्र परिचय समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रही थीं।
उन्होंने कहा कि आप लोग भाग्यशाली हैं कि आप भारत के सर्वश्रेष्ठ विवि के प्रबंध संस्थान के छात्र हैं। महामना की बगिया में मुझे अतिथि के रूप में बुलाया गया है, जिससे मैं खुद को गौरवान्वित महसूस कर रही हूं। देश की अर्थव्यवस्था को आगे ले जाने की जिम्मेदारी सर्वश्रेष्ठ विवि में पढ़ रहे आप जैसे युवाओं पर है। इस दौरान नवनियुक्त प्रबंध निदेशक ने एक प्रेजेंटेशन द्वारा छात्रों को संबोधित किया। सरकार की चलाई योजनाओं खासकर प्रधानमंत्री जन-धन योजना के बारे में बताते हुए कहा कि इस योजना के प्रारंभ होने से पहले देश की लगभग 50 फीसद जनसंख्या बैंकिंग सेवाओं से दूर थी। इस योजना से यह आंकड़ा घटकर 15 फीसद हो गया है। इससे सरकारी योजनाओं का लाभ सीधे लाभार्थी तक पहुंच रहा है।
उन्होंने पीएम आवास योजना को गरीबों के लिए वरदान बताया। डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर पर कहा कि इससे काफी हद तक कालाबाजारी पर रोक लगी है। उन्होंने अपने बेटे का उदाहरण देते हुए बताया कि वह कई वर्षो से अमेरिका में नौकरी कर रहा, मगर भारतीय अर्थव्यवस्था की प्रगति व अत्यधिक उम्मीद के कारण वह अगले साल भारत आ रहा है। यह मेरे लिए गर्व का विषय है। मैं उम्मीद करूंगी कि आप लोग भी देश में रहकर यहां की अर्थव्यवस्था को मजबूत करें। अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. राकेश भटनागर ने कहा कि यह सौभाग्य है कि विश्व बैंक की नवनियुक्त प्रबंध निदेशक काशी से हैं। यह काशी ही नहीं बल्कि पूरे भारत के लिए यह गौरव का विषय है। स्वागत संस्थान के निदेशक प्रो. एसके दुबे ने किया। संचालन विवि प्लेसमेंट-सेल के समन्वयक प्रो. एचपी माथुर और धन्यवाद ज्ञापन प्रो. पीएस त्रिपाठी ने किया। संस्थान के छात्र सलाहकार डा. शशि श्रीवास्तव, प्रो. आशीष वाजपेयी, प्रो. आलोक राय, प्रो. पीवी राजीव, डा. राजकिरण प्रभाकर, डा. अमित गौतम, डा. अनिंदिता चक्रवर्ती सहित कई अन्य लोग मौजूद थे।
विश्व की सर्वश्रेष्ठ अर्थव्यवस्था होगी : भारत की एक छात्र ने सरकार द्वारा 2024 तक पांच ट्रिलियन अर्थव्यवस्था के लक्ष्य के संबंध में प्रश्न किया। इस पर विश्व बैंक की प्रबंध निदेशक अंशुला कांत ने कहा कि लक्ष्य मुश्किल है लेकिन नामुमकिन नहीं। हमारे देश में काफी संभावनाएं हैं। युवा शक्ति ठीक से सहयोग करे तो इतने मौके हैं कि मुश्किल लक्ष्य को भी प्राप्त किया जा सकता है। कहा कि वे उम्मीद करती हैं कि सरकार 2024 तक लक्ष्य को प्राप्त कर लेगी और विश्व की सर्वश्रेष्ठ अर्थव्यवस्था वाले देशों में भारत भी शुमार हो जाएगा।