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सूरज की रोशनी से निरखेगा पूर्वी यूपी का हुनर, सोलर प्लांट व चार प्रयोगशालाएं स्थापित करेगी सरकार

आजमगढ़ के राजकीय इंजीनिरिंग कॉलेज में सूरज की रोशनी से निखरेगा पूर्वी यूपी का हुनर। सोलर प्लांट व चार प्रयोगशालाएं सरकार स्थापित करेगी।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Tue, 07 Jul 2020 08:55 AM (IST)Updated: Tue, 07 Jul 2020 05:33 PM (IST)
सूरज की रोशनी से निरखेगा पूर्वी यूपी का हुनर, सोलर प्लांट व चार प्रयोगशालाएं स्थापित करेगी सरकार
सूरज की रोशनी से निरखेगा पूर्वी यूपी का हुनर, सोलर प्लांट व चार प्रयोगशालाएं स्थापित करेगी सरकार

आजमगढ़ [राकेश श्रीवास्तव]। जिले के राजकीय इंजीनिरिंग कॉलेज में सूरज की रोशनी से निखरेगा पूर्वी यूपी का हुनर। सरकार सौर ऊर्जा प्लांट एवं इससे जुड़ी चार प्रयोगशालाएं लगाकर यूपी में पहला अभिनव प्रयोग करने जा रही है। यहां इंजीनिरिंग के अलावा विज्ञान के छात्र-छात्राएं नवीनीकरण (अक्षय) ऊर्जा की बारीकियां सीख सकेंगे। रणनीति युवा हाथों के लिए रोजगार सृजन करने की है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ सोलर एनर्जी (सीआइएनएस) के वैज्ञानिक हुनर को निखारने की जिम्मेदारी उठाएंगे।

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'केयर' से होगा रोजगार सृजन

सरकार ने इंजीनिरिंग कॉलेज में 'केयर' (सेंटर फॉर अल्टरनेटिव रिन्यूएबल एनर्जी) की स्थापना की है। इस योजना के अंतर्गत 126 किलोवाट बिजली पैदा करने को सोलर प्लांट एवं इससे जुड़ी चार प्रयोगशालाएं स्थापित की जाएंगी। सौर ऊर्जा पर शोध करने की व्यवस्था होगी। सीआइएनएस एवं राजकीय इंजीनिरिंग कॉलेज प्रशासन प्रशिक्षित छात्रों को बाकायदा ट्रेनिंग का प्रमाणपत्र जारी करेगा। चूंकि अक्षय ऊर्जा बदलते जमाने का भविष्य है। इसे देखते हुए सरकार भी इसे बढ़ावा दे रही है, ऐसे में युवाओं के हुनर मंद हाथों को रोजगार की कमी नहीं होगी।

तीन माह की मुकम्मल ट्रेनिंग

ट्रेनिंग एक-दो एवं तीन माह की अलग-अलग होगी। इसमें सोलर प्लेट की क्षमता, उसकी उपयोगिता बढ़ाने, सिस्टम अपडेट कर कम खर्चीला बनाने या इससे आगे की ट्रेनिंग कराई जाएगी।

पूर्वी यूपी के युवाओं को लाभ

नौकरी आधारित प्रमाणपत्र वाले कोर्स का लाभ पूर्वी यूपी (आजमगढ़ एवं आस-पड़ोस के मंडल) के युवाओं को मिलेगा। प्रशिक्षण के लिए भीड़ उमड़ी तो छात्रों की आदर्श संख्या बनाए रखने को एक गाइडलाइन बनाई जाएगी। प्रशिक्षण के लिए छात्रों से प्रतीकात्मक शुल्क लिया जाएगा, जिसे ट्रेनिंग देने वाले वैज्ञानिकों पर खर्च किया जाएगा। इंजीनियरिंग कॉलेज को सीधा इससे कोई फायदा नहीं होगा, हां सोलर प्लांट लगने के बाद बिजली बिल का एक करोड़ सालाना जरूर बचेगा।

सरकार की पहल पर रोजगार सृजन संबंधी प्रशिक्षण कराया जाएगा

सरकार की पहल पर रोजगार सृजन संबंधी प्रशिक्षण कराया जाएगा। सबकुछ ठीक रहा तो जुलाई के तीसरे सप्ताह तक रणनीति जमीन पर उतर जाएगी। इंटरनेशनल वेबिनार होंगे, ताकि नई तकनीकि विकसित की जा सके।

-डॉ. एसपी पांडेय, निदेशक राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज।


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