मऊ ने किया साबित, परिषदीय विद्यालय किसी भी कान्वेंट स्कूल से बेहतर बन सकता है
प्राथमिक विद्यालय धरौली के प्रधानाध्यापक डा. रामविलास भारती ने प्रमाणित कर दिया है कि एक शिक्षक यदि ठान ले तो सरकारी स्कूल भी कांवेंट स्कूल से बेहतर बन सकता है।
मऊ, जेएनएन। वो दिन गए जब अकेला चना भाड़ नहीं फोड़ सकता था। स्थानीय शिक्षा क्षेत्रांतर्गत उच्च प्राथमिक विद्यालय धरौली के प्रधानाध्यापक डा. रामविलास भारती ने प्रमाणित कर दिया है कि एक शिक्षक यदि ठान ले तो परिषदीय विद्यालय किसी भी अच्छे कावेंट स्कूल से बेहतर बन सकता है। पूर्व से ही प्रांतीय स्तर पर विशेष श्रेणी में शुमार इस विद्यालय में अब बच्चे प्रोजेक्टर युक्त समार्ट क्लास में पढेंगे। यहां पर आयोजित एक समारोह में स्टूडेंट्स बैंक आफ धरौली की स्थापना की गई। प्रधानाध्यापक डा. भारती ने व्यक्तिगत स्तर से सात मेधावी छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति प्रदान किया।
विद्यालय परिसर में आयोजित समारोह में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ओपी त्रिपाठी, उपजिलाधिकारी डा. सीएल सोनकर, खंड शिक्षा अधिकारी संजीव कुमार सिंह, खंड विकास अधिकारी हरिवंश प्रसाद एवं बरखू प्रसाद ने प्रोजेक्टर युक्त स्मार्ट क्लास एवं स्टूडेंट्स बैंक आफ धरौली का शुभारंभ किया। जिला बेसिक शिक्षाधिकारी श्री त्रिपाठी ने शुभारंभ करते हुए स्टूडेंट्स बैंक आफ धरौली में दो हजार रुपये जमा किया।
सभी ने प्रधानाध्यापक डा. भारती द्वारा अपनी मां जगपूरनी देवी एवं पिता बरखू प्रसाद के नाम पर प्रारंभ की गई। छात्रवृत्ति योजना के तहत इस विद्यालय की कलिता, मनीता, खुशबू, शबीना, राजन, पूजा एवं रंजना को 1200-1200 रुपये प्रदान किया। संचालन करते हुए डा. भारती ने कहा कि यह छात्रवृत्ति स्नातक या परास्नातक की शिक्षा तक दी जाती रहेगी। इस कार्यक्रम को कोपागंज के खंड शिक्षाधिकारी आरपी राम, नगर के अशोक कुमार गौतम, बडऱांव के माधवेंद्र कुमार पांडेय एवं आईसीटी इनोवेटर सतीश कुमार सिंह ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर अरविंद कुमार पांडेय, आभा त्रिपाठी, इफतेखार अहमद, कमलेश राय, अमीरुद्दीन अंसारी, प्रीति नरेश, फूलवंती शाही, सुदर्शन कुमार आदि उपस्थित थे। अंत में पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ के ब्लाक अध्यक्ष रिजवान अहमद ने आभार प्रकट किया।