अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर नागेपुर में बालिकाओं ने कन्या भ्रूण हत्या और बाल विवाह के खिलाफ निकाली रैली
वाराणसी में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आशा ट्रस्ट और लोक समिति के तत्वाधान में सोमवार को प्रधानमंत्री आदर्श गांव नागेपुर में लड़कियों ने बाल विवाह कन्या भ्रूण हत्या तथा लिंग भेद के खिलाफ जन जागरूकता रैली निकाली।
वाराणसी, जेएनएन। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आशा ट्रस्ट और लोक समिति के तत्वाधान में सोमवार को प्रधानमंत्री आदर्श गांव नागेपुर में लड़कियों ने बाल विवाह, कन्या भ्रूण हत्या तथा लिंग भेद के खिलाफ जन जागरूकता रैली निकाली। रैली में गांव की किशोरी लड़कियां और आशा सामाजिक स्कूल की बच्चियों ने भाग लिया। रैली में शामिल लड़कियों ने तख्ती बैनर के साथ -'नहीं किसी का हो अपमान लड़का लड़की एक समान, बाबा हमको पढ़ने दो पढ़कर आगे बढ़ने दो, कन्या भ्रूण हत्या बन्द करो, बाल विवाह पर रोक लगाओ, हमको दुनिया में आने दो अपना मान बढ़ाने दो, बेटी पढ़ाओ बेटी बढ़ाओ' के नारे लगाकर बेटियों की शिक्षा और सुरक्षा की माग किया।
कार्यक्रम में लड़कियों ने लड़का लड़की असमानता और लैंगिक असमानता यौन उत्पीड़न,दहेज, नशा, बाल विवाह आदि सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ खुलकर अपने विचार रखें। बेटियों ने प्रधानमंत्री से नागेपुर गांव में लड़कियों के लिये इण्टर कालेज और स्वास्थ केंद्र खोलने की मांग किया। गांव की खुशबू पटेल ने कहा कि गांव में सिर्फ प्राइमरी स्कूल है और उसके आगे की पढाई के लिये 3 किलोमीटर दूर पढ़ने जाना होता है जिसकी वजह से बहुत सारी लड़कियां आगे की पढ़ाई नही कर पाती है और उनकी कम उम्र में शादी भी कर दिया जाता है। मुस्कान ने कहा कि गांव में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और खेलकूद का मैदान भी नहीं है।
लोक समिति संयोजक नन्दलाल मास्टर ने कहा कि हमारा समाज लड़कियों और लड़कों में आज भी भेदभाव कर रहा है। जिसके कारण कोख में ही लड़कियों को मार दिया जाता है नतीजन दिनप्रतिदिन लड़कियों की संख्या घटती जा रही है, जो चिंता की बात है। कार्यक्रम का संचालन विद्या, अध्यक्षता मधुबाला ने किया। कार्यक्रम में वर्षा, खुशबू, मधुबाला, सीमा, मनजीता, शमाबानो, मनीषा, बबीता, करीन, पूजा, उजाला, गायत्री, रूपा, सावित्री, ऋतु, रीमा, पूनम, सोनी, मोनी,चांदनी, सानिया, आकांशा, सोनी, रिया, निशा, शबाना, खुशबू, आभा, मुस्कान, रेशम, आंचल, वन्दना, सोहानी, आरती, साक्षी, काजल, गुड़िया आदि लोग शामिल रहे।