15 जनवरी से वाराणसी में लगेगा जीआइ उत्पादों का मेला, लोकल प्रोडक्ट को मिलेगा ग्लाेबल बाजार
काशी के जीआइ उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और मजबूत करने के लिए उत्तर प्रदेश दिवस पर 24 जनवरी को प्रस्तावित मेले की तिथि अब बदल गई है। यह आयोजन 15 जनवरी से होगा जिसका उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आनलाइन करेंगे।
वाराणसी, जेएनएन। काशी के जीआइ उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और मजबूत करने के लिए उत्तर प्रदेश दिवस पर 24 जनवरी को प्रस्तावित मेले की तिथि अब बदल गई है। यह आयोजन 15 जनवरी से होगा, जिसका उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आनलाइन करेंगे। बड़ा लालपुर स्थित पंडित दीनदयाल हस्त कला संकुल में आयोजित होने वाले इस मेले में प्रदेश के 50 जीआई उत्पादों के स्टाल लगेंगे। साथ ही अंतरराष्ट्रीय सेमिनार भी आयोजित किए जाएंगे।
जीआइ उत्पाद को नई धार दिलाने के लिए देश-विदेश के विशेषज्ञ भी अपना व्याख्यान देंगे। काशी के जीआई उत्पादों के कारोबार को अब भी धार नहीं मिल पाई है। अब इसे पटरी पर लाने के लिए 24 जनवरी को मेला लगने जा रहा था, लेकिन यह आयोजन अब 15 जनवरी से ही शुरू हो जाएगा। यह आयोजन वाराणसी एवं इसके आसपास के क्षेत्रों के साथ ही प्रदेश भर के जीआई उत्पादों के विकास एवं प्रोत्साहन के लिए किया जा रहा है। संयुक्त आयुक्त-उद्योग उमेश कुमार सिंह ने बताया कि आयोजन में अचानक ही बदलाव के कारण सभी को पूरी तेजी के साथ तैयारी में जुटने का निर्देश दिया गया है। इस मेले में प्रदेश के 50 जीआई उत्पादों के स्टाल लगाए जाएंगे। इन उत्पादों का प्रदर्शन होगा और बिक्री भी की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस आयोजन के वर्चुअल उद्घाटन के लिए मुख्यमंत्री से सहमति मिल गई है।
मेले में इन उत्पादों के लगेंगे स्टाल
वाराणसी के जीआई उत्पाद मेटल रिपोजी, उडेन लेकर वेयर, स्टोन कार्विग, गुलाबी मीनाकारी, पंजादरी, ब्लैक पाटरी, जूट वाल हैंकिंग, ग्लास बीड्स, सिल्क के साथ ही भदोही का कारपरेट, मीरजापुर, सोनभद्र की दरी, आजमगढ़ की ब्लैक पाटरी, गाजीपुर का वाल हैंकिंग आदि को प्रदर्शित किया जाना है।