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घोसी विधानसभा उपचुनाव : नामांकन पत्रों की जांच में दो उम्मीदवारों के पर्चे खारिज, अब 14 प्रत्याशी मैदान में

कलेक्ट्रेट में हुई नामांकन पत्रों की जांच में दो दावेदारों का नामांकन पत्र खारिज कर दिया गया। इसके बाद अब कुल 14 प्रत्याशी मैदान में हैं।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Tue, 01 Oct 2019 08:53 PM (IST)Updated: Wed, 02 Oct 2019 11:42 AM (IST)
घोसी विधानसभा उपचुनाव : नामांकन पत्रों की जांच में दो उम्मीदवारों के पर्चे खारिज, अब 14 प्रत्याशी मैदान में
घोसी विधानसभा उपचुनाव : नामांकन पत्रों की जांच में दो उम्मीदवारों के पर्चे खारिज, अब 14 प्रत्याशी मैदान में

मऊ, जेएनएन। घोसी विधानसभा के उपचुनाव में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार पूर्व विधायक सुधाकर सिंह का पर्चा निरस्त हो गया। अब पूर्व विधायक निर्दल चुनाव लड़ेंगे। सोमवार को कलेक्ट्रेट में हुई नामांकन पत्रों की जांच में दो दावेदारों का नामांकन पत्र खारिज कर दिया गया। इसके बाद अब कुल 14 प्रत्याशी मैदान में हैं। सपा का पर्चा निरस्त होने के बाद समर्थकों ने प्रशासन विरोधी नारे लगाए। अब तीन अक्टूबर को पर्चा वापसी के बाद चुनाव चिह्न आवंटित होगा।

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घोसी विधायक फागू चौहान के बिहार का राज्यपाल नियुक्त हो जाने के बाद उपचुनाव हो रहा है। इसमें कुल 16 उम्मीदवारों ने नामांकन किया था। हालांकि नामांकन के अंतिम दिन सपा उम्मीदवार सुधाकर ने अपना पर्चा दाखिल किया था। नामांकन के समय ही पूर्व विधायक के नामांकन पत्र में खामी मिली थी। सिंबल के फार्म-ए पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के हस्ताक्षर तो थे परंतु फार्म-बी पर प्रदेश अध्यक्ष के हस्ताक्षर नहीं पाए गए। उसी दौरान पर्चा निरस्त होने का अंदेशा जताया गया था। इसको देखते हुए पूर्व विधायक ने निर्दलीय के तौर पर भी नामांकन किया था। सोमवार को हुई नामांकन पत्रों की जांच में इसी कमी के चलते पर्चा निरस्त कर दिया गया। इसी प्रकार निर्दलीय के रूप में पर्चा भरे धर्मदेव का शपथ पत्र अपूर्ण मिला। उनका भी पर्चा खारिज कर दिया गया।

पूर्व विधायक ने प्रशासन पर फोड़ा ठीकरा

नामांकन के दिन ही इस बात का अंदेशा सभी को हो गया था कि सपा का पर्चा निरस्त हो सकता है। इसको लेकर सोमवार को बड़ी तादाद में सपाई कलेक्ट्रेट के चारो तरफ एकत्रित थे। दोपहर लगभग तीन बजे जैसे ही पूर्व विधायक सहित समर्थक कलेक्ट्रेट से बाहर निकले कि समर्थक प्रशासन विरोधी नारेबाजी करने लगे। पूर्व विधायक ने कहा कि प्रशासन सत्ता के इशारे पर काम कर रहा है। सत्ता विरोधी लहर देखते हुए सीट को किसी भी कीमत पर बचाने की जद्दोजहद की जा रही है। इसी के नाते साजिश कर मेरा नामांकन निरस्त किया गया है।

सुरक्षा के थे व्यापक इंतजाम

नामांकन पत्रों की जांच के बाद किसी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन ने कड़ी चौकसी की थी। जगह-जगह आरएएफ सहित पुलिस के जवान मुस्तैद थे। कलेक्ट्रेट के चारों तरफ के गेट को बंद कर दिया गया था। हर जगह बस आरएएफ व पुलिस के जवान ही दिखाई दे रहे थे। अपर पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र कुमार श्रीवास्तव व सीओ सिटी राजकुमार लगातार मानीटङ्क्षरग करते रहे।

अब ये प्रत्याशी बचे हैं मैदान में

प्रत्याशी का नाम - दल संबद्धता

1- अब्दुल कयूम - बहुजन समाज पार्टी

2- राजमंगल यादव - कांग्रेस

3- विजय कुमार - भारतीय जनता पार्टी

4- शेख हिसामुद्दीन - कम्युनिस्ट पार्टी आफ इंडिया

5- जितेंद्र - जनता क्रांति पार्टी (राष्ट्रवादी) 

6- दिलीप - परिवर्तन समाज पार्टी

7- नेबूलाल - सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी

8- फौजेल अहमद - पीस पार्टी

9- शरदचंद्र - बहुजन मुक्ति पार्टी

10- अंकित - निर्दलीय

11- मनोज जायसवाल - निर्दलीय

12- रामभवन - निर्दलीय

13- सुधाकर - निर्दलीय

14- सुरेंद्र - निर्दलीय


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