COVID -19 सेफ काशी एप पर लें डाक्टरी सलाह, मंगलवार को अपडेट वर्जन के साथ मिलेंगी सुविधाएं
नगर निगम की ओर से लांच कोविड -19 सेफ काशी एप कोरोना से बचने के लिए डाक्टरी सलाह भी दिलाएगा। प्रतिदिन दोपहर 11 से 12 बजे तक चिकित्सकों के जरिए यह सुविधा दी जाएगी।
वाराणसी, जेएनएन। नगर निगम की ओर से लांच COVID -19 सेफ काशी एप कोरोना से बचने के लिए डाक्टरी सलाह भी दिलाएगा। प्रतिदिन दोपहर 11 से 12 बजे तक चिकित्सकों के जरिए यह सुविधा दी जाएगी। इसमें क्या करें, क्या न करें आदि भी बताया जाएगा। कोई भी व्यक्ति इसे गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकता है। निगम प्रशासन ने इसमें और बेहतरी के लिए आमजन से सुझाव मांगा है। शुक्रवार को ही जारी यह एप मंगलवार से पूरी तरह काम करने लगेगा।
एप के तकनीकी विशेषज्ञ विष्णु नायर ने बताया कि इसके माध्यम से प्रभावित क्षेत्र को गूगल से ट्रैक किया जाएगा। इसके बाद इन क्षेत्रों पर प्रशासन नीतिगत निर्णय लेकर आइसोलेशन आदि के बारे में प्लानकर संक्रमण को अन्य क्षेत्रों में फैलने से रोकने के उपाय करेगा। क्षेत्र विशेष की आवश्यक वस्तुओं की कालाबाजारी आदि समस्याओं का समाधान भी होगा।
एप से मिलने वाली सुविधाएं
-कोरोना से बचने के लिए राय
-प्रतिदिन के अपडेट
-कोरोना से संबंधित शासन के आदेश
-सुबह11 से 12 बजे तक डाक्टरी सलाह व प्रशासन की ओर से उठाए गए कदम
-घर तक जरूरी सामग्री की उपलब्धता
-स्वैच्छिक योगदान की जानकारी
-ई-पास जारी करने संबंधी जानकारी
-वार रूम का टोल फ्री नंबर
18001805567
0542-2720005
कितने लोगों ने अब तक डाउनलोड किया पता नहीं
शुक्रवार को लांच हुए कोविड-19 सेफ काशी एप को कितने लोगोंं ने डाउनलोड किया है। इसकी जानकारी तकनीकी विशेषज्ञ विष्णु नायर को नहीं है। उन्होंने बताया कि एप को अभी अपग्रेड किया जा रहा है। जब तक इसे पूरी तरह अपग्रेड नहीं किया जा जाएगा तब तक कोई भी जानकारी देना संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि मंगलवार से एप पूरी तरह काम करने लगेगा।
निराश्रित लोगों को तीस मिनट में पहुंचाया जाएगा आश्रय स्थल
नगर आयुक्त गौरांग राठी ने सभी जोनल अधिकारियों को निर्देश दिया है कि शहर के किसी कोने निराश्रित और बेसहारा लोगों के मिलने की सूचना मिलती है तो उन्हें तीस मिनट के अंदर आसपास के आश्रय स्थल और रैन बसेरा में पहुंचाया जाए। उन्होंने कहा कि संबंधित मजिस्ट्रेट किसी कारण से उक्त स्थल पर नहीं पहुंच पाते हैं तो जोनल अधिकारी की जिम्मेदारी होगी कि वे निराश्रितों को आश्रय स्थल में पहुंचाए। वहां उनके रहने और खाने की व्यवस्था की जाएगी। नगर आयुक्त ने सभी आश्रय स्थलों पर आधारभूत सुविधाएं जोन के अधिशासी अभियंताओं को कहने के लिए कहा है।