वर्ष 2019 में लीजिए फाइव-जी स्पीड
वाराणसी : थ्री-जी के बाद अब बीएसएनएल सीधे फाइव-जी इंटरनेट सेवा देने का प्लान बना रहा है। चंद
वाराणसी : थ्री-जी के बाद अब बीएसएनएल सीधे फाइव-जी इंटरनेट सेवा देने का प्लान बना रहा है। चंद रोज पहले संचार मंत्रालय ने दूरसंचार कंपनी से इंटरनेट यूजर्स व टॉवर के संबंध में विस्तृत इनपुट मांगा है। जरूरी जानकारियां दिल्ली भेज दी गई हैं, माना जा रहा है कि 100 एमबीपीएस वाली फाइव-जी इंटरनेट सेवा लाखों लोगों को वर्ष 2019 में जरूर मिलने लगेगी। इस दिशा में विस्तृत कार्ययोजना बन रही है। भारतीय संचार निगम लिमिटेड के प्रधान महाप्रबंधक केपी सिंह ने बताया कि हर टॉवर पर फाइव-जी उपकरण लगाए जाने वाले हैं, इसकी तैयारी कर ली गई है। करीब 230 मोबाइल टॉवरों में फाइव-जी उपकरण लगाकर उपभोक्ताओं को अच्छी स्पीड सुलभ होगी। चूंकि इस समय हर दिन 9500 जीबी इंटरनेट डाटा की खपत है, इसलिए भविष्य में सुविधा का प्रभाव धरातल पर दिखाई पड़ने की उम्मीद है। अभी मिलती है अधिकतम 10 एमबीपीएस स्पीड
वर्तमान में बीएसएनएल 10 एमबीपीएस इंटरनेट स्पीड सुलभ कराने का दावा कर रहा है, लेकिन करीब 71 टॉवर ऐसे चिह्नित किए हैं जहां पर नेटवर्क बेहद कमजोर है। अब इन टॉवरों को अपग्रेड करने की तैयारी शुरू हो चुकी है। इंटरनेट यूजर्स में तीन गुना बढ़ोत्तरी
वर्ष 2016 में 2500 जीबी इंटरनेट डाटा रोजाना खर्च होता था, लेकिन अब संख्या रोजाना 9500 जीबी के पार पहुंच चुकी है, ऐसे में उपभोक्ताओं में तीन गुना बढ़ोत्तरी देखी जा रही है। संख्या में अभी कई गुना और बढ़ोत्तरी संभावित है। टैरिफ कम होने से बीएसएनएल का डाटा काफी इस्तेमाल किया जा रहा है, यह आंकड़ा ओवरआल 54 टीबी के आस-पास बताया जा रहा। शहर ही नहीं गांवों में भी इंटरनेट के यूजर्स बीते दिनों में तेजी से बढ़े हैं। एयरपोर्ट विस्तारीकरण की बाधा बन रहे टावर हटाए जाएंगे
बाबतपुर स्थित लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट का विस्तारीकरण होने वाला है। इसकी राह में अवरोध पैदा करने वाले टॉवर अब हटाए जाएंगे। दूरसंचार विभाग को सभी टॉवर हटाने के लिए कह दिया गया है। सर्वे कार्य शुरू कर दिया गया है और टॉवर जल्द शिफ्ट होंगे। आप्टिकल फाइबर पर विशेष जोर
ग्रामीण क्षेत्रों से लेकर शहरी क्षेत्रों में हर जगह आप्टिकल फाइबर का जाल बिछ जाए, इस पर विशेष जोर दिया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में स्कूलों व ग्राम पंचायतों को प्राथमिकता के आधार पर आप्टिकल फाइबर से जोड़ने की कवायद चल रही है। राजस्व वसूली में बनारस टॉप थ्री
बीएसएनएल की सेवाओं से बनारस के उपभोक्ता संतुष्ट हैं इसलिए प्रदेश में यहां पर अच्छी संख्या राजस्व वसूली की है, इसमें बनारस प्रदेश में तीसरे स्थान पर है।