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खतरा बिंदु पार करने के बाद वाराणसी में तबाही मचाने से महज आधा मीटर दूर रह गई हैं गंगा Varanasi news

गंगा के साथ ही सहायक नदियां भी दिन-प्रतिदिन रौद्र रूप धारण कर रही हैं।

By Edited By: Published: Sun, 22 Sep 2019 01:45 AM (IST)Updated: Sun, 22 Sep 2019 08:00 AM (IST)
खतरा बिंदु पार करने के बाद वाराणसी में तबाही मचाने से महज आधा मीटर दूर रह गई हैं गंगा Varanasi news
खतरा बिंदु पार करने के बाद वाराणसी में तबाही मचाने से महज आधा मीटर दूर रह गई हैं गंगा Varanasi news

वाराणसी, जेएनएन। गंगा के साथ ही सहायक नदियां भी दिन-प्रतिदिन रौद्र रूप धारण कर रही हैं। शहर से गांव तक बाढ़ का पानी तबाही मचाने लगा है। वरुणा व गंगा किनारे के निचले हिस्से में बसे हजारों लोगों के घरों में पानी घुस गया है। लोग घर छोड़कर दूसरे ठिकाने पर पहुंच रहे हैं। जो रुके हैं उन्होंने छत पर शरण ली है। प्रभावित घरों की बिजली काट दी गई है। लोगों के सामने खाद्य-पेय पदार्थ का संकट गहरा गया है। प्रशासन की ओर से वितरित हो रही राहत सामग्री नाकाफी साबित हो रही है। गंगा में बढ़ाव की जो गति देखी जा रही है उसने लोगों को और आशंकित कर दिया है।

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अब तो गंगा 2016 और 2013 जैसी तबाही मचाने से महज आधा मीटर दूर हैं। वाराणसी में 2016 में 72.57 और 2013 में 72.63 मीटर तक जलस्तर पहुंचा था। वहीं शनिवार शाम पांच बजे तक यहां गंगा 71.83 मीटर तक पहुंच गई थीं। वहीं प्रति घंटे एक सेमी की रफ्तार से रात के 10 बजे तक यह आंकड़ा 71.88 मीटर तक पहुंच गया था। वैसे सुबह से जलस्तर स्थिर था। इसके बाद लोगों ने राहत की सांस ली थी, लेकिन शाम को फिर से प्रति घंटे आधा सेमी की रफ्तार से बढ़ाव शुरू हो गया। प्रयागराज में फिर से गंगा प्रतिघंटे एक सेमी की गति से बढ़ने लगीं। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार गंगा का जलस्तर बढ़ने की यही गति रही तो रविवार को यह 72 मीटर तक पहुंच सकता है। आयोग के अधीक्षण अभियंता रवींद्र सिंह के अनुसार 22 सितंबर को भी फाफामऊ-प्रयागराज के साथ ही मीरजापुर, वाराणसी, गाजीपुर में बढ़ाव की स्थिति बनी रहेगी। हालांकि, बलिया में जलस्तर ठहराव की संभावना है।

फाफामऊ में खतरे के निशान से ऊपर गंगा : फाफामऊ में ही खतरे के निशान से ऊपर हैं। वैसे शनिवार की सुबह जलस्तर लगभग हर जगह स्थिर था, लेकिन बाद में फिर से बढ़ाव शुरू हो गया। वरुणा नदी में भी बढ़ाव जारी है। तेनुई में वरुणा का जल स्तर 72.20 मीटर पहुंच गया था। आयोग के अनुसार अभी बढ़ाव जारी रहेगा। यही नहीं आयोग ने चेतावनी जारी की है कि 25 तक जमकर बारिश भी हो सकती है।

बाराबंकी व अयोध्या में शांत रहीं घाघरा : बाराबंकी के एल्गिन ब्रिज एवं अयोध्या में घाघरा घटाव पर है। हालांकि, बलिया के तुर्तीपार में घाघरा बढ़ाव पर है। शनिवार सुबह आठ बजे गंगा बाराबंकी के एल्गिन ब्रिज में 106.50 मी., अयोध्या में 92.99 मी. व बलिया के तुर्तीपार में 64.05 मीटर पर बह रही थीं। रविवार को तुर्तीपार में घाघरा का जलस्तर 64.15 मीटर तक पहुंचने की संभावना जताई गई है।

जनपद जलस्तर खतरा स्थिति

फाफामऊ 85.83 84.73 बढ़ाव

प्रयागराज 85.12 84.73 बढ़ाव

मीरजापुर 77.98 77.72 बढ़ाव

वाराणसी 71.92 71.26 बढ़ाव

गाजीपुर 64.45 63.10 बढ़ाव

बलिया 59.90 57.61 बढ़ाव

एेसे बढ़ती गईं गंगा

71.62 मीटर शनिवार सुबह 8 बजे

71.88 मीटर शनिवार रात 10 बजे

72.20 मीटर शनिवार सुबह 8 बजे

महत्‍वपूर्ण आंकडे

गंगा में उच्चतम जलस्तर 70.26 मीटर

चेतावनी बिंदु 71.26 मीटर

खतरे का निशान 72.57 मीटर

2016 में जलस्तर 72.63 मीटर

2013 में जलस्तर 73.90 मीटर है

1978 में उच्चतम जलस्तर


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