अर्बन मिशन के तहत वाराणसी को चार पीएचसी की सौगात, केंद्र के अनुमोदन के बाद मिलेगा बजट
वाराणसी के शहरी क्षेत्र में शामिल आबादी में चार नए पीएचसी बनाए जाने हैं। इसके लिए शासन स्तर से प्रयास किए जा रहे हैं। फिलहाल किराए के मकान में पीएचसी संचालित किए जाएंगे। इसके लिए सूजाबाद लमही कंदवा व लोहता में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बनाए जाएंगे।
वाराणसी [मुहम्मद रईस]। हाल ही में शहरी सीमा में शामिल ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को अब अपनी आबादी के बीच ही जांच, इलाज से लेकर तमाम तरह की चिकित्सीय सुविधाओं का लाभ मिलेगा। इसके लिए डाेमरी के नजदीक सूजाबाद, मुंशी प्रेमचंद की जन्मस्थली लमही, कंदवा व सघन बुनकर आबादी लोहता में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बनाए जाएंगे। सूजाबाद व लमही में किराए के मकान में स्वास्थ्य केंद्र संचालित करने को लेकर गुरुवार को सीएमओ डा. वीबी सिंह ने दोनों क्षेत्रों का निरीक्षण किया और स्थानीय निवासियों से इस बाबत फीडबैक भी लिया।
चारों क्षेत्रों के लिए नई पीएचसी का प्रस्ताव अर्बन मिशन के तहत कुछ समय पहले शासन को भेजा गया था। प्रदेश सरकार की स्वीकृति मिलने के बाद अब इसे केंद्र सरकार पास भेजा गया है। यहां से अनुमोदन के बाद बजट आवंटित होगा। सूजाबाद में सीएमओ के निरीक्षण के दौरान स्थानीय ग्राम प्रधान बनारसी लाल ने पीएचसी के लिए चार कमरे, एक स्टोर रूम व एक हाल वाले ग्राम सचिवालय भवन को दिखाया। सीएमओ ने पीएचसी के लिए इसे फाइनल किया। वहीं इससे पहले उन्होंने चिरईगांव ब्लाक का भी निरीक्षण किया और लमही में पीएचसी के लिए संभावनाएं तलाशी। एसीएमओ डा. एके मौर्य ने बताया कि कंदवा व लोहता के लिए भी जल्द ही किराए का मकान तलाश लिया जाएगा। एक पीएचसी संचालित करने को किराए के लिए करीब 17000 रुपये शासन की ओर से उपलब्ध कराया जाता है।
जनपद में पीएचसी की 'फिफ्टी'
वर्तमान में ग्रामीण क्षेत्र में 14 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व 22 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हैं। जनपद के 307 उपकेंद्र में से 160 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के तौर पर संचालित हैं। वहीं 24 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और 22 एडिशनल ग्रामीण पीएचसी हैं। चार पीएचसी की शुरू होते ही अब शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की संख्या 24 से बढ़कर 28 हो जाएगी। वहीं जनपद में ग्रामीण एवं शहरी पीएचसी की संख्या जो पहले 46 थी, बढ़कर 50 हो जाएगी।
शहरी क्षेत्र में शामिल आबादी में चार नए पीएचसी बनाए जाने हैं
शहरी क्षेत्र में शामिल आबादी में चार नए पीएचसी बनाए जाने हैं। इसके लिए शासन स्तर से प्रयास किए जा रहे हैं। फिलहाल किराए के मकान में पीएचसी संचालित किए जाएंगे।
- डा. वीबी सिंह, सीएमओ-वाराणसी।