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अजीत सिंह हत्याकांड में पूर्व सांसद धनंजय सिंह षड्यंत्रकारी चिह्नित, गिरफ्तारी वारंट जारी

पूर्व सांसद धनंजय सिंह को लखनऊ पुलिस ने पूर्व ब्लाक प्रमुख अजीत सिंह हत्याकांड में मुख्य साजिशकर्ता के तौर पर आरोपित किया है। शनिवार को सीजेएम कोर्ट लखनऊ ने धनंजय सिंह के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर दिया।

By Abhishek sharmaEdited By: Published: Sat, 20 Feb 2021 08:09 PM (IST)Updated: Sat, 20 Feb 2021 08:09 PM (IST)
अजीत सिंह हत्याकांड में पूर्व सांसद धनंजय सिंह षड्यंत्रकारी चिह्नित, गिरफ्तारी वारंट जारी
लखनऊ पुलिस ने पूर्व ब्लाक प्रमुख अजीत सिंह हत्याकांड में मुख्य साजिशकर्ता के तौर पर आरोपित किया है।

जौनपुर, जेएनएन। पूर्व सांसद धनंजय सिंह को लखनऊ पुलिस ने पूर्व ब्लाक प्रमुख अजीत सिंह हत्याकांड में मुख्य साजिशकर्ता के तौर पर आरोपित किया है। शनिवार को सीजेएम कोर्ट लखनऊ ने धनंजय सिंह के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर दिया। इसी सप्ताह गृह जनपद आए धनंजय सिंह शुक्रवार को भनक लग जाने पर भूमिगत हो गए हैं। उनके खिलाफ फिलहाल हत्या व साजिश रचने समेत सात आपराधिक मामले विभिन्न अदालतों में विचाराधीन हैं। इससे पूर्व कई मामलों में अदालत से बरी हो चुके हैं। 

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मऊ के मोहम्मदाबाद गोहना ब्लाक के पूर्व प्रमुख अजीत सिंह की गत छह जनवरी को लखनऊ में शूटरों ने ब्रस्ट फायरिंग कर हत्या कर दी थी। छानबीन के दौरान मामले की तह में जाकर पुलिस ने दावा किया है कि धनंजय सिंह ने न सिर्फ हत्या की साजिश रची थी, बल्कि शूटरों की हर ढंग से मदद भी की। मुख्य शूटर गिरिधारी विश्वकर्मा उर्फ डाक्टर को गत 14 फरवरी को लखनऊ में पुलिस ने दारोगा पर हमलाकर भागते समय मुठभेड़ में ढेर कर दिया था। अजीत सिंह हत्याकांड में क्रास फायरिंंग में घायल एक अन्य शूटर का इलाज कराने वाले सुल्तानपुर के डाक्टर एके सिंह ने पुलिस को पूछताछ में बताया था कि धनंजय के कहने पर ही उन्होंने उसका इलाज किया था। इसी से पुलिस ने निष्कर्ष निकाला कि धनंजय ने न सिर्फ शूटरों की मदद की अपितु उन्हें बचाने का भी हर जतन किया।

धनंजय सिंह वर्ष 2002 व 2007 में जिले के अस्तित्व विहीन हो चुकी रारी (अब मल्हनी) विधानसभा सीट से निर्दल विधायक व 2009 में जौनपुर लोकसभा सीट से बसपा के सांसद रह चुके हैं। सांसद रहते हुए ही उन पर बेलांव घाट के दोहरे हत्याकांड की साजिश रचने का आरोप लगा था। इसी मामले में गिरफ्तारी के बाद उन्हें बसपा से निष्कासित कर दिया गया था। गतवर्ष लाकडाउन के दौरान नमानि गंगे परियोजना के प्रोजेक्ट मैनेजर अभिनव सिंघल का रंगदारी के लिए अपहरण करने के मामले में भी जेल जाना पड़ा था। इस मामले में वह अक्टूबर महीने में ही जेल से जमानत पर रिहा हुए थे। इसके पूर्व माफिया मुन्ना बजरंगी की जेल में हुई हत्या के मामले में भी साजिश कर्ता के तौर पर धनंजय का नाम आया था। 


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