गंगा नदी का रुख तल्खी की ओर तो वहीं सरयू के तटवर्ती इलाकों में बढ़ी दुश्वारी
एक ओर जहां गंगा नदी का रुख बढ़ाव की आेर है वहीं दूसरी ओर सरयू नदी का घटता जलस्तर तटवर्ती इलाकों में कटान भी कर रहा है।
वाराणसी, जेएनएन। पूर्वांचल में नदियों का तल्ख रुख तटवर्ती इलाकों को चुनौती दे रहा है। एक ओर जहां गंगा नदी का रुख बढ़ाव की आेर है वहीं दूसरी ओर सरयू नदी का घटता जलस्तर तटवर्ती इलाकों में कटान भी कर रहा है। जबकि पलट प्रवाह की जद में आने से छोटी नदियों और नालों में भी उफान की स्थिति बन गई है। बारिश होने के बाद से ही कई निचले इलाकों में दोबारा पानी भर चुका है। माह भर से कई निचले इलाकों में पानी भरने से फसल जहां सड़ चुकी है वहीं पशुओं के हरे चारे के लिए भी दुश्वारी शुरु हो गई है। कई तटवर्ती इलाके मुख्य मार्गों से कट चुके हैं जहां आने जाने के लिए नावों का ही सहारा बचा है।
वाराणसी में 15 सितंबर तक के लिए बाढ़ में नौका संचालन बंद होने की वजह से नौका संचालकों के सामने आजीविका का संकट आ गया है। जबकि निरंतर बढ़ रहा गंगा का जलस्तर तटवर्ती इलाके के लोगों की धड़कनें बढ़ाए हुए है। एक ओर गलियों और छतों पर चिताएं जल रही हैं तो दूसरी ओर बढ़ते जलस्तर की जद में कई ऐतिहासिक मंदिर भी आ चुके हैं। इसकी वजह से घाटों पर कई धार्मिक गतिविधियां भी प्रभावित हो चुकी हैं। वहीं इस शनिवार से छूट मिलने के बाद घाटों के आसपास दुकानों में रौनक रही अौर आस्थावानों ने मां गंगा को घाट पर आकर नमन भी किया।
बलिया जिले में इस समय गंगा जहां खतरा बिंदु से ऊपर है वहीं सरयू नदी चेतावनी बिंदु सक ऊपर है। जिसकी वजह से तटवर्ती इलाकों में बंधों में रिसाव भी जारी है। खतरे को देखते हुए प्रभावित इलाकों के लोग बीते सप्ताह भर से पलायन कर रहे हैं। वहीं कई प्रभावित लोगों ने रिंग बंधे पर डेरा डाल रखा है।
शनिवार की दोपहर में नदियों का रुख
मीरजापुर और वाराणसी में हालांकि जहां गंगा का रुख थोड़ी घटाव की ओर है वहीं गाजीपुर में स्थिर और बलिया में गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। शनिवार की दोपहर केंद्रीय जल आयोग की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार गाजीपुर में गंगा का जलस्तर चेतावनी बिंदु से ऊपर 62.15 मीटर तो बलिया में 58.15 मीटर पर खतरा बिंदु से ऊपर है। जौनपुर में गोमती का जलस्तर स्थिर है तो सोनभद्र में रिहंद बांध और सोन नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। वहीं दोपहर में बलिया के तुर्तीपार में 63.44 मीटर पर सरयू खतरा बिंदु से कम होकर चेतावनी बिंदु तक आ गई है।