पूर्वांचल में नदियों में उफान ने दी दुश्वारी, लगातार बारिश की वजह से लगातार गिर रहे कच्चे मकान Varanasi news
वाराणसी में गंगा जहां घाटों पर गाद और कीचड़ छोड़ती हुई जा रही हैं वहीं दूसरी ओर बलिया और गाजीपुर में गंगा की वजह से कटान और खेतों में तबाही साफ नजर आ रही है।
वाराणसी, जेएनएन। पूर्वांचल में लगातार उतर रही बाढ़ ने लोगों को को राहत से अधिक दुश्वारी दे रखी है। वाराणसी में गंगा जहां घाटों पर गाद और कीचड़ छोड़ती हुई जा रही हैं वहीं दूसरी ओर बलिया और गाजीपुर में गंगा की वजह से कटान और खेतों में तबाही साफ नजर आ रही है। बलिया जिले में गंगा अभी भी खतरा बिंदु से ऊपर बह रही हैं। लगातार हो रही बारिश घर छोड़कर आश्रय लेने वालों को जहां समस्या दे रही है वहीं लगातार बारिश से घर गिरने का भी सिलसिला जारी है। बुधवार की देर रात जौनपुर और चंदौली में घर गिरने से चार लोगों की मौत हो चुकी है।
वहीं दूसरी ओर मीरजापुर क्षेत्र में हो रही भारी बारिश के चलते हलिया लालगंज मार्ग स्थित सुसुआड़ नाले में उफान की स्थिति आ गई है। वहीं राहगीर जान जोखिम में डालकर कर नाला पार कर रहे हैं। जबकि आजमगढ़ में तमसा नदी ने भी बारिश के बाद तबाही मचा रखी है। तटवर्ती इलाकों में लोग नाव के सहारे अपना जीवन यापन कर रहे हैं। जबकि लगातार रह रहकर हो रही बारिश से यहां बाढ़ में कोई कमी आती नहीं दिख रही है। हालांकि केंद्रीय जल आयोग ने प्रदेश की नदियों में बाढ़ में कमी की जानकारी दी है।
बलिया और गाजीपुर जिले में गंगा धीमी गति से कम तो हो रही हैं मगर कटान भी कर रही हैं जिसकी वजह से कीमती जमीन भी नदी की भेंट चढ़ रही है। जबकि खेतों में फसलें पूरी तरह सड़ चुकी हैं और पशुओं के लिए हरा चारा भी अब मयस्सर नहीं हो रहा है। जबकि बंधा पर आसरा लिए बाढ़ प्रभावित लोग लगातार हो रही बारिश की वजह से नारकीय स्थिति में खुद को पा रहे हैं। हालांकि स्थानीय प्रशासन के सहयोग से कैंपों में भोजन और पानी की लगातार व्यवस्था होने से लोगों की जिंदगी बस किसी तरह चल रही है।