राजनीति की प्रथम पाठशाला है छात्र संघ, एनएसयूअाइ ने बैठक कर बनाई रणनीति
छात्र संघ चुनाव राजनीति की प्रथम पाठशाला होती है। वर्तमान सरकार नई पीढ़ी के नेताओं को आगे बढ़ते हुए नहीं देख पा रही हैं।
जौनपुर, जेएनएन। छात्र संघ चुनाव राजनीति की प्रथम पाठशाला होती है। वर्तमान सरकार नई पीढ़ी के नेताओं को आगे बढ़ते हुए नहीं देख पा रही हैं जिसका प्रतिफल है विभिन्न विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में छात्र संघ चुनाव को बैन किया जा रहा है।
साफ स्वच्छ छवि वाले जितने भी नेता हिंदुस्तान में अपनी एक अलग पहचान बनाए हुए हैं, वे सभी छात्र राजनीति से निकले हुए नेता हैं। उक्त बातें यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष सत्यवीर सिंह ने भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन एनएसयूआइ द्वारा बुलाई गई बैठक के दौरान गुरुवार को कही।
इसके बाद एनएसयूआइ के जिला अध्यक्ष शिखर द्विवेदी के नेतृत्व में दर्जनों कार्यकर्ताओं ने तिलकधारी महाविद्यालय में पहुंचकर चीफ प्रॉक्टर राजीव रत्न को ज्ञापन सौपकर जल्द से जल्द महाविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव कराने की मांग की। जिला अध्यक्ष ने कहा कि यदि छात्र संघ चुनाव की तिथि जल्द घोषित नहीं होती है तो हम महाविद्यालय के सम्मुख धरने पर बैठने को बाध्य होंगे। इस मौके पर सृजन सिंह, अमन अग्रहरी, साजिद, मानु, नितिन शुक्ला, सचिन शर्मा, सर्वेश तिवारी, गौरव सिंह, शिवम् पाण्डेय, अंकित आदि उपस्थित रहे।