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वाराणसी में शुरू हुआ पहला कमर्शियल ऑक्सीजन प्लांट, कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों को मिलेगी राहत

एक सप्ताह में नई फर्म का मेंटेनेंस हुआ। इस फर्म के पास अलग से उपलब्ध संसाधनों से लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट स्थापित हुआ। इस 10 टन के प्लांट में सिलिंडर फिलिंग लाइन पूर्व प्लांट के प्रयोग में लाई गई है। एलएमओ को टैंकर के माध्यम से प्रतिदिन भरा जाएगा ।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Wed, 05 May 2021 08:40 AM (IST)Updated: Wed, 05 May 2021 09:57 AM (IST)
वाराणसी में शुरू हुआ पहला कमर्शियल ऑक्सीजन प्लांट, कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों को मिलेगी राहत
वाराणसी के डीएम ने प्लांट का निरीक्षण किया।

वाराणसी, जेएनएन। कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती...। यह करके दिखाया जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने। जब संचालक ने एक न सुनी तो बंद दरेखू स्थित कामरूप इंडस्ट्री ऑक्सीजन प्लांट को राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत पहले अधिग्रहण की कार्रवाई की। इसके बाद जिलाधिकारी ने दो दिन की अवधि निर्धारित कर इस प्लांट के संचालन के लिए टेक्निकल टीम और फर्म से खुले प्रस्ताव मांगे। पांच प्रस्ताव आए। गठित कमेटी के मंथन के बाद अन्नपूर्णा इंडस्ट्रीयल गैस को इस प्लांट संचालन की जिम्मेदारी सौंप दी। डीएम ने इस प्लांट का निरीक्षण किया। बताया कि प्लांट से उत्पादन शुरू हो गया है। वाराणसी का यह पहला कमर्शियल ऑक्सीजन प्लांट होगा।

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दस टन का प्लांट, 450 सिलेंडर भरे जाएंगे प्रतिदिन

एक सप्ताह में नई फर्म का मेंटेनेंस हुआ। इस फर्म के पास अलग से उपलब्ध संसाधनों से लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट स्थापित हुआ। इस 10 टन के प्लांट में सिलिंडर फिलिंग लाइन पूर्व प्लांट के प्रयोग में लाई गई है। एलएमओ को टैंकर के माध्यम से प्रतिदिन भरा जाएगा, इससे 450 आक्सीजन सिलेंडर प्रतिदिन भरे जाएंगे ।

120 बेड को मिलेगा फायदा

इस नए प्लांट पर जिले के सभी सरकारी अस्पतालों का कोटा स्थानांतरित कर दिया गया है । साथ ही शहर के जनसामान्य को ऑक्सीजन सिलेंडर रिफिल करा कर देने वाली संस्थाओं को भी 150 सिलिंडर का कोटा तय किया है। लगभग 250 सिलेंडर का कोटा चंदौली में मुक्त होगा। इस तरह 10 नए प्राइवेट अस्पतालों को कोटा जारी कर चलाने की नई स्वीकृति जारी की जा रही है। इससे वाराणसी में लगभग 120 नए बेड बढ़ेंगे। यह पूरी तरह आक्सीजन से लैस होंगे। इस प्रकार नए प्लांट चलने से लगभग 120 नए बेड की वृद्धि तथा जन सामान्य को उपलब्ध होने वाले सिलेंडर में 200 की वृद्धि हो जाएगी। अलग-अलग संस्थाओं द्वारा वर्तमान में जनता के लिए 350-400 सिलेंडर प्रचलन में हैं, अब ये बढ़ कर 600 तक पहुंच जाएंगे। इससे होम आइसोलेशन में रह कर ऑक्सीजन चाहने वालों को और सुविधा मिलेगी।


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