वाराणसी से बलिया जा रही काशी डिपो की एसी जनरथ बस में लगी आग, यात्री बाल-बाल बचे
वाराणसी से बलिया जा रही काशी डिपो की एसी जनरथ बस में चलते-चलते अचानक आग लग गई। आग लगते ही तेज धमाका हुआ और यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। किसी तरह बस से उतर कर सभी दूर भाग चले और बस धू-धू कर जल उठी।
मऊ, जेएनएन। वाराणसी से बलिया जा रही काशी डिपो की एसी जनरथ बस में चलते-चलते अचानक आग लग गई। आग लगते ही तेज धमाका हुआ और यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। किसी तरह बस से उतर कर सभी दूर भाग चले और बस धू-धू कर जल उठी। संयोग अच्छा रहा कि सभी यात्री बाल-बाल बच गये किंतु बस में छूटे उनके सामान बस के साथ ही जलकर राख हो गए। बस में कुल 39 यात्री सवार थे।
काशी डिपो की एसी जनरथ बस (यूपी 65 एफटी 0670) को लेकर वाराणसी निवासी चालक प्रमोद सिंह व बलिया निवासी परिचालक रोहित कुमार लेकर चले। उस समय 52 सीटर बस में 61 सवारियां थीं। रास्ते में और सवारियां उतर गईं। गाजीपुर जनपद के सीमावर्ती बाजार मटेहूं में एक यात्री के उतरने के बाद चालक-परिचालक के अलावा 39 यात्री बस में थे। मटेहूं चट्टी से बस आगे बढ़ी ही थी कि पुलिस चौकी के 100 मीटर आगे जोर का धमाका हुआ और दायें तरफ का पीछे का चक्का फट गया। बस के एक तरफ लुढ़कते ही यात्रियों में चीख-पुकार मच गई। सभी उतरने लगे, तब तक बस धू-धू कर जलने लगी। लपटें देख यात्री भाग खड़े हुए। बस में सवार भाजपा नेता त्रिवेणी प्रसाद एडवोकेट ने तुरंत मऊ फायर ब्रिगेड तथा गाजीपुर व मऊ के प्रशासन को सूचना दी। फायर ब्रिगेड की गाड़ियां पहुंचकर आग बुझाने में जुट गईं। सभी यात्री बाल-बाल बच गये किंतु बस में छूटे उनके सामान बस के साथ ही जलकर राख हो गए।
काफी दूर से आ रही थी जलने की बू पर यात्री नहीं थे सजग
बस में सवार बलिया चौक निवासी गोपालजी, मृत्युंजय सिंह ने बताया कि बस में कुछ जलने की बू काफी दूर से आ रही थी लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। अन्यथा हादसे को टाला जा सकता था। इन दोनों यात्रियों के झोले, बैग आदि जल गये जिनमें उनके जरूरी सामान थे।
रोने-चिल्लाने लगीं महिलाएं
बस में सवार शहर के चांदपुरा निवासी इंतखाब आलम ने बताया कि वे लोग बनारस से आ रहे थे। उनके साथ परिवार और शहर की लगभग एक दर्जन बुर्कानशीं महिलाएं और बच्चे थे। आग लगते ही सभी रोने-चिल्लाने लगे। सबको किसी तरह धीरज बंधाकर बस से सुरक्षित उतारा गया लेकिन कई लोगों के चप्पल जूतों समेत साथ के सभी सामान बस में ही छूट गए जो जल गए।
मऊ और बलिया के 39 यात्री थे सवार
बस में अन्य यात्रियों के उतरने के बाद मऊ के 22, फेफना के 4 और बलिया के 13 यात्री रह गए थे। इनके अलावा चालक-परिचालक सभी बाल-बाल बच गए।