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भाई के स्थान पर दे रहा था विधि की प्रवेश परीक्षा, हरिश्चंद्र कालेज के केंद्राध्यक्ष ने दर्ज कराई एफआइआर

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के विधि ( तीन वर्षीय ) की प्रवेश परीक्षा में रविवार को हरिश्चंद्र पीजी कॉलेज केंद्र से एक फर्जी परीक्षार्थी पकड़ा गया I

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Sun, 13 Oct 2019 06:26 PM (IST)Updated: Sun, 13 Oct 2019 06:26 PM (IST)
भाई के स्थान पर दे रहा था विधि की प्रवेश परीक्षा, हरिश्चंद्र कालेज के केंद्राध्यक्ष ने दर्ज कराई एफआइआर
भाई के स्थान पर दे रहा था विधि की प्रवेश परीक्षा, हरिश्चंद्र कालेज के केंद्राध्यक्ष ने दर्ज कराई एफआइआर

वाराणसी, जेएनएन। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के विधि (तीन वर्षीय) की प्रवेश परीक्षा में रविवार को हरिश्चंद्र पीजी कॉलेज केंद्र से एक फर्जी परीक्षार्थी पकड़ा गया। वह अपने छोटे भाई के स्थान पर परीक्षा दे रहा था। पुष्टि होने पर केंद्राध्यक्ष डा ओम प्रकाश सिंह ने उसके खिलाफ कोतवाली थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई और उसे पुलिस को सौंप दिया।

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एलएलबी की दोबारा होने वाली प्रवेश परीक्षा को लेकर विद्यापीठ प्रशासन ने  नकल रोकने के लिए पुख्ता इंतजाम किए थे। हरिश्चंद्र पीजी कालेज, यूपी कालेज दोनों केंद्रों पर हर कमरे में जैमर लगाया गया था। इस प्रकार दोनों परीक्षा केंद्रों पर 41 जैमर लगाए गए थे ताकि कोई परीक्षार्थी मोबाइल का दुरुपयोग न कर सके। वहीं उपस्थिति के लिए बायोमीट्रिक मशीन भी लगाई गई थी। तमाम बंदोबस्त के बावजूद हरिश्चंद्र कालेज केंद्र पर एक फर्जी परीक्षार्थी पकड़ा गया। कक्ष निरीक्षक प्रवेश पत्र से परीक्षार्थियों का मिलान कर रहे थे I इस दौरान उन्हें आदित्य नारायण परमार नामक परीक्षार्थी संदिग्ध लगा। उन्होंने प्रवेश पत्र से फोटो का मिलान किया तो फोटो में अंतर दिखा। कक्ष निरीक्षक ने इसकी सूचना तत्काल प्राचार्य डा. ओपी सिंह को दी।

वहीं प्राचार्य ने मौके पर उपस्थित कुलसचिव डा एसएल मौर्य को इस बाबत बताया। उन्होंने तत्काल विश्वविद्यालय से संबंधित परीक्षार्थी की जानकारी मंगा ली। इस तरह परीक्षार्थी फर्जी निकल गया, इस पर परीक्षार्थी से कड़ाई से पूछताछ की गई तो उसने स्वीकार कर लिया और अपना नाम प्रकाश नारायण परमार बताया। कहा कि वह अपने छोटे भाई आदित्य नारायण परमार के स्थान पर परीक्षा दे रहा था। इस संबंध में उससे लिखित लेने के बाद केंद्राध्यक्ष ने उसके खिलाफ कोतवाली में एफआइआर दर्ज करा दी और उसे पुलिस को सौंप दिया। दूसरी ओर यूपी कॉलेज के कुछ छात्रनेता समय से पहले ओएमआर से जमा कर जाने के दबाब बनाने लगे। हालांकि केंद्राध्यक्ष व पर्यवेक्षकों के कड़े रुख को देखते हुए छात्र नेताओं ने चुप्पी साध ली। कुलसचिव डा. एसएल मौर्या ने बताया कि विधि की प्रवेश परीक्षा में 1843 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। दोनों केंद्रों पर 828 परीक्षार्थी  गैरहाजिर रहे। परीक्षा में कुल परीक्षार्थियों की 55 .55 फीसद उपस्थिति रही| 

पर्चा लीक होने के कारण करानी पड़ी दोबारा परीक्षा

विद्यापीठ में पहली बार एलएलबी की 120 सीटों के लिए प्रवेश परीक्षा 31 मई को हुई थी। प्रवेश परीक्षा में पंजीकृत 1864 अभ्यर्थियों में 1581 अभ्यर्थी शामिल हुए थे। वहीं जगतपुर पीजी कालेज केंद्र से परीक्षा के दौरान ही पर्चा - वाट्सएप पर वायरल हो गया था। छात्रों ने प्रवेश परीक्षा निरस्त करने की मांग को लेकर आंदोलन छेड़ दिया। छात्रों के आक्रोश को देखते हुए विद्यापीठ ने पर्चा लीक होने के मामले की उच्च स्तरीय जांच कराई। जांच में इसकी पुष्टि होने के बाद विद्यापीठ ने एलएलबी की दोबारा प्रवेश परीक्षा कराई है। पिछली परीक्षा से सबक लेते हुए विद्यापीठ ने इस बार नकल से रोकने के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए थे। दोनों केंद्रों पर 16 पर्यवेक्षक तैनात किए गये हैं।


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