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बलिया में विधायक पुत्र के मारपीट मामले में रजिस्ट्रार- कानूनगो और पांच अज्ञात पर एफआइआर दर्ज

बलिया में बैरिया पुलिस द्वारा बलवा मारपीट गाली गलौज और धमकी देने का मामला रजिस्ट्रार कानूनगो और पांच अज्ञात पर दर्ज किया गया है।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Fri, 21 Feb 2020 02:20 PM (IST)Updated: Fri, 21 Feb 2020 05:39 PM (IST)
बलिया में विधायक पुत्र के मारपीट मामले में रजिस्ट्रार- कानूनगो और पांच अज्ञात पर एफआइआर दर्ज
बलिया में विधायक पुत्र के मारपीट मामले में रजिस्ट्रार- कानूनगो और पांच अज्ञात पर एफआइआर दर्ज

बलिया, जेएनएन। बैरिया तहसील में बुधवार को हुए बवाल के क्रम में रेवती थाना क्षेत्र के जमधरवा निवासी कृष्णा सिंह की तहरीर पर रजिस्ट्रार कानूनगो राधेश्याम राम सहित अन्य पांच अज्ञात लोगों पर बैरिया पुलिस द्वारा बलवा, मारपीट, गाली गलौज और धमकी देने का मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में विधायक पक्ष की ओर से मुकदमा दर्ज किए जाने के बाद एसएचओ संजय त्रिपाठी ने बताया कि मामले की छानबीन की जा रही है। जांच के बाद इस बाबत उचित कार्रवाई की जाएगी।

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दरअसल तहसील परिसर में कानूनगो के साथ हुई मारपीट के मामले में मुकदमा दर्ज होने के बाद विधायक सुरेंद्र सिंह आैर तहसील के कर्मचारी आमने-सामने आ गए है। कर्मचारियों ने जहां गुरुवार को तहसील में कार्यकाज ठप करते हुए धरना दिया वहीं आरोपित विधायक पुत्र समेत अन्य की गिरफ्तारी की मांग करते रहे। इधर विधायक सुरेंद्र सिंह ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ चेतावनी रैली की और ईमानदारी से जनता की सेवा करने की नसीहत अधिकारियों और कर्मचारियों को दिया। इस मामले को लेकर अब विधायक और कर्मचारी आमने-सामने आ गए हैं। हालांकि शुक्रवार को शिवरात्रि पर अवकाश होने से कर्मचारियों की गतिविधियां नहीं रहीं मगर शनिवार को कार्यालय खुलने के बाद एक बार फ‍िर से विवाद बढ़ने की उम्‍मीद है।  

तहसील में बुधवार को विधायक के बेटे और कर्मचारियों के बीच हुए बवाल से नाराज तहसील कर्मियों ने विधायक के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। विधायक पुत्र के दुर्व्‍यहार से क्षुब्ध कर्मचारियों ने हड़ताल जारी रखा। नाराजगी का सबब यह रहा कि विभिन्न कार्यालयों के ताले तक नहीं खुले। वहीं तहसील परिसर में धरनारत कर्मचारी विधायक सुरेंद्र सिंह के पुत्र हजारी सिंह सहित अन्य आरोपितों को तत्काल गिरफ्तारी करने की मांग पर अडिग रहे। इसके अलावा कर्मचारियों ने पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की मांग करनी शुरु कर दी है। वहीं कर्मचारियों और अधिकारियों पर मुकदमा दर्ज होने के बाद अब विवाद के और गहराने की सूरत बढ़ गई है। 

तहसील में अव्यवस्था न हो इसके लिए मेरी और विधायक दोनों की जिम्मेदारी : उपजिलाधिकारी

आम लोगों को कोई दिक्कत न हो, इसके लिए तहसील में उचित वातावरण बने, इसकी जिम्मेवारी मेरी व विधायक की भी है। विधायक सुरेंद्र सिंह मेरे बड़े भाई हैं और अच्छे आदमी है किंतु उनके आगे-पीछे रहने वाले कुछ लोग उन्हें गलत बात बता कर बरगला कर देते हैं। मैं विधायक जी का सम्मान करता हूं, हम चाहते हैं कि तहसील में व्याप्त अव्यवस्था खत्म हो और जनता जनार्दन का कार्य समुचित तरीके से हो।

यह उद्गार बैरिया के उपजिलाधिकारी अशोक चौधरी के हैं, जो शुक्रवार को बैरिया तहसील परिसर में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विधायक का पुत्र हजारी सिंह मेरा भतीजा ही है। ठंडे मन से लोगों के बीच बैठकर वार्ता कर मामले को समाप्त किया जाय, यह मेरी इच्छा है। हजारी सिंह के साथ तहसील में पहली बार बवाल हुआ है, इसके लिए उसे क्षमा किया जा सकता है किंतु जो लोग बवाल करने के आदी हो गए हैं उन पर पुलिस कार्रवाई होनी चाहिए। जब उनके पूछा गया कि रजिस्ट्रार कानूनगो राधेश्याम राम के तहरीर पर दर्ज मुकदमे में क्या होगा, तो उन्होंने कहा कि बैठकर आपस में वार्ता के माध्यम से सभी समस्याओं की समाधान निकल सकता है किंतु अधिकारियों- कर्मचारियों पर कोई अनावश्यक दबाव न डाले। इसलिए वातावरण बनाना पड़ेगा।

कर्मचारी संघ के निर्णय का करूंगा पालन : रजिस्ट्रार कानूनगो

रजिस्ट्रार कानूनगो राधेश्याम राम से इस बाबत पूछने पर उन्होंने बताया कि इस संबंध में जो निर्णय कर्मचारी संघ करेगा, वह सर्वमान्य होगा। सोमवार को जिला मुख्याल पर कर्मचारी संघ का बैठक कर इस संदर्भ में उचित निर्णय लिया जाएगा।


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