वाराणसी में ग्राम प्रधान के खिलाफ मुकदमा का आदेश, जांच में 559 शौचालयों में से 129 मौके पर माैजूद नहीं
विकास खंड चिरईगांव के ग्रामसभा खालिसपुर के ग्राम प्रधान के घर पर नौ शौचालय एक साथ बनाए गए हैं। साथ गांव में बने 38 शौचालय के पैसे का गबन कर लिया गया है।
वाराणसी, जेएनएन। विकास खंड चिरईगांव के ग्रामसभा खालिसपुर के ग्राम प्रधान के घर पर नौ शौचालय एक साथ बनाए गए हैं। साथ गांव में बने 38 शौचालय के पैसे का गबन कर लिया गया है। जांच में मिली वित्तीय अनियमितता को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी सुरेंद्र सिंह ने जिला पंचायत राज अधिकारी को ग्राम प्रधान के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने का आदेश किया है।
इस मामले को दैनिक जागरण ने 'शौचालय एक सत्यकथा' शीर्षक से प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इसके बाद 'आधी हकीकत आधा फसाना' शीर्षक से खबर प्रकाशित की गई। खबर को संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी ने जांच कराई तो भ्रष्टाचार की कहानी परत-दर-परत खुल गई। प्रधान मूलचंद्र सोनकर ने अपने घर के सामने आबादी की जमीन पर नौ शौचालय एक साथ बनवाए। इसमें मौके पर बकरी, उसका चारा, सामान आदि रखा पाया गया। डीपीआरओ शाश्वत आनंद सिंह ने जांच में पाया कि आबादी की जमीन पर नौ शौचालय बने हैं। इसमें स्वच्छ भारत मिशन के तहत मिठाई, सुनसुन, मुनमुन और सहदेई के नाम शौचालय बने हैं। बाकी के पांच शौचालय के बारे में ग्राम प्रधान का कहना है कि स्वयं की प्रेरणा से बनाया है।
पूरे गांव के शौचालय की एडीओ पंचायत, ग्राम पंचायत अधिकारी (वीडीओ) और चार स्वच्छाग्रही की संयुक्त टीम ने जांच किया तो पाया कि ग्रामसभा में स्वच्छ भारत मिशन से 400 और एलओबी से 144 शौचालय प्रस्तावित हैं। इनमें एक गड्ढे वाले 251, दो गड्ढे वाले 144 तथा बिना गड्ढे वाले 12 शौचालय मिले। दो शौचालयों के एक गड्ढा वाले चार, तीन शौचालयों का एक गड्ढा वाले दो तथा दो अधूरे शौचालय ग्रामसभा में मिले। ग्रामसभा में कुल 559 शौचालयों में से 129 शौचालय मौके पर नहीं पाए गए। बैंक खाते में करीब 11 लाख रुपये हैं। बैंक से 38 शौचालयों का पैसा निकालने के बाद भी उन्हें नहीं बनाया गया।
जक्खिनी के प्रधान को नोटिस
खालिसपुर के अलावा जक्खिनी के ग्राम प्रधान को भी नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है। प्रधान के खिलाफ जांच करने पर वित्तीय अनियमितता का मामला सामने आया था। नोटिस का जवाब मिलने के बाद अग्रिम कार्रवाई होगी।