माध्यमिक विद्यालयों में 50 फीसद तक घटी छात्रसंख्या, 106 अशासकीय विद्यालयों में शिक्षकों के पदों में कटौती तय
परिषदीय विद्यालयों की भांति यूपी बोर्ड से संचालित माध्यमिक विद्यालयों में भी लगातार छात्रसंख्या घटती जा रही है।
वाराणसी, जेएनएन। परिषदीय विद्यालयों की भांति यूपी बोर्ड से संचालित माध्यमिक विद्यालयों में भी लगातार छात्रसंख्या घटती जा रही है। कई अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों में विद्यार्थियों की संख्या पहले की तुलना में आधी हो गई है। इसके बावजूद शिक्षकों के स्वीकृत पदों की संख्या यथावत बनी है। पूर्व स्वीकृत पदों के अनुसार विद्यालय शिक्षकों की रिक्तयां भी दर्शा रहे हैं।
शासन का मानना है कि छात्रसंख्या में भारी गिरावट के बाद भी स्वीकृति पदों के सापेक्ष यदि अध्यापकों की नियुक्तियां कर दी गई। तो तमाम अध्यापकगण बिना अध्यापन के विद्यालय में बैठे रहेंगे। वहीं शासन का व्ययभार भी बढ़ेगा। इसे देखते हुए शासन ने जिलाधिकारियों को अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों में विद्यार्थियों की वास्तविक छात्र संख्या का पता लगाने का निर्देश दिया है। शासन के निर्देश पर डीएम में तीन-तीन सदस्यीय 12 टास्कफोर्स गठित किया है।
टास्कफोर्स से जनपद के सभी 106 अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों में छात्र-छात्राओं की वास्तविक संख्या पांच अक्टूबर तक पता लगाने का निर्देश दिया है ताकि छात्रसंख्या के अनुसार शिक्षकों भर्ती की तैनाती की जा सके। ऐसे में तमाम माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों के पदों में कटौती होना तय माना जा रहा है। इसे लेकर माध्यमिक विद्यालयों के प्रबंधतंत्र में भी खलबली मची हुई है। शासन का सख्त निर्देश होने के कारण फिलहाल विद्यालयों के प्रबंधतंत्र चुप्पी साधे हुए हैं।