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फसल की बर्बादी रोकने के लिए किसानों ने लावारिश पशुओं को प्राथमिक विद्यालय परिसर में किया बंद

पशुओं को विद्यालय परिसर में बंद कर दिए जाने से पठन पाठन पूरी तरह से बाधित हो गया। बच्चे बिना पढ़ाई किए घर लौटने को मजबूर हुए।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Thu, 07 Nov 2019 03:40 PM (IST)Updated: Fri, 08 Nov 2019 10:15 AM (IST)
फसल की बर्बादी रोकने के लिए किसानों ने लावारिश पशुओं को प्राथमिक विद्यालय परिसर में किया बंद
फसल की बर्बादी रोकने के लिए किसानों ने लावारिश पशुओं को प्राथमिक विद्यालय परिसर में किया बंद

गाजीपुर, जेएनएन। बाढ़ से काफी नुकसान झेल चुके सेमरा के किसानों के लिए लावारिश घूम रहे पशु अब बड़ी समस्या बन गए हैं। आक्रोशित किसान गुरुवार को सुबह सिवान में घूम रहे लावारिश पशुओं को ले जाकर गांव के मुख्य सडक़ स्थित प्राथमिक विद्यालय परिसर में घुसाकर बाहर कुंडी बंद कर दिए। पशुओं को विद्यालय परिसर में बंद कर दिए जाने से पठन पाठन पूरी तरह से बाधित हो गया। बच्चे बिना पढ़ाई किए घर लौटने को मजबूर हुए।

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करीब डेढ़ माह पूर्व बाढ़ आने से सेमरा व अगल बगल के सिवानों में पानी फैलने से उसमें डूबकर मिर्च टमाटर, अरहर, बाजरा व धान की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई। काफी ऊंचे जगह पर जहां पानी नहीं पहुंच सका था वहां की फसलें ही बच पायी। बाढ़ से नुकसान झेलने के बाद किसान दुबारा मिर्च, टमाटर आदि की रोपाई किए लेकिन सिवान में घूम रहे लावारिश पशु उनके लिए मुसीबत साबित हो रहे हैं। देर रात तक किसान सिवान में घूमकर अपने खेतों की रखवाली कर रहे हैं लेकिन मौका पाते ही पशु खेतों में घुसकर फसलों को नष्ट कर दे रहे हैं।

इस संबंध में किसान मनोज राय डब्लू, राघवेंद्र राय, काशीराम, हरिराम, जोगेंद्र राम, रमेश यादव, तुलसी पटेल आदि ने बताया कि सरकार की ओर से आवारा घूम रहे पशुओं के लिए कहने को तो गोवंश आश्रय स्थल की व्यवस्था की गई है लेकिन वह बेकार साबित हो रही है। आज पशु घूमकर हमारे फसलों को बर्बाद कर रहे हैं। किसान आज प्रकृति के साथ साथ पशुओं व शासन की व्यवस्था से जूझने को मजबूर है। कहा कि मजबूरी में किसान पशुओं को विद्यालयों में बंद करने को बाध्य हैं। इस संबंध में ग्राम पंचायत शेरपुर के कार्यकारी ग्राम प्रधान चंद्रभूषण राय ने बताया कि पशुओं को रहने के लिए ब्लाक पर आश्रय स्थल का निर्माण कराया गया है। वह विद्यालय में बंद पशुओं को वाहन पर लादकर वहां भेजवाने की व्यवस्था में लगे हैं।


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