फेक रेल टिकट एप, कहीं खाली न कर दें जेब
जागरण संवाददाता वाराणसी फर्जी रेल टिकट वेबसाइट और एप यात्रियों की जेबें खाली कर सक
जागरण संवाददाता, वाराणसी : फर्जी रेल टिकट वेबसाइट और एप यात्रियों की जेबें खाली कर सकते हैं। वहीं, उनके व्यावसायिक उपयोग से फंसने का भी खतरा है। आइआरसीटीसी ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए झूठे दावे करने वाली वेबसाइटों से सजग रहने की अपील की है।
रेलवे ने कहा, रेल टिकट बुकिग के लिए अनधिकृत ऐप बनाने वालों को गिरफ्तार किया जा रहा है। रेलवे एक्ट की धारा 143 (2) के तहत अवैध तरीके से रेलवे टिकट की बिक्री अपराध है। ऐप की मदद से कई लोग यह धंधा कर रहे हैं। जो भी नयी और फेक वेबसाइट दावा करती है, वह गलत है। रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट आइआरसीटीसी आपको टिकट बुकिग के लिए हर संभव मदद करती है। इस तरह की फेक वेबसाइट में कोई नयी चीज नहीं होती, जिसके लिए आपको यहां जाना पड़े। आइआरसीटीसी सबके लिए सुलभ : आइआरसीटीसी की वेबसाइट सभी लोगों के लिए है। कोई साधारण व्यक्ति भी इस वेबसाइट पर जाकर अपने लिए टिकट बुक कर सकता है। इस वेबसाइट पर आपको कोई अवैध सॉफ्टवेयर का खतरा नहीं है और न ही यहां दूसरी फेक वेबसाइट की तरह आपको विज्ञापन मिलेगा। यह आधिकारिक वेबसाइट पूरी तरह सुरक्षित है। सब्जबाग और दावे फर्जी : कई तरह के ऐप यह दावा करते हैं कि वह रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट से ज्यादा तेज और आसानी से टिकट बुक करने में सक्षम है, जबकि ऐसा बिल्कुल नहीं है। इस तरह के ऐप सुविधा देने के नाम पर इस्तेमाल करने वालों से ज्यादा पैसे भी लेते हैं। यह पूरी तरह गलत है। वर्जन
रेलवे टिकट बुकिग सभी यात्रियों को यात्रा करने का सामान्य मौका देने में विश्वास रखती है। अगर कोई पैसे लेकर किसी को दूसरों से ज्यादा अवसर देने की बात करता है तो यह गैरकानूनी है। इस तरह के ऐप या वेबसाइट पर कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।
- सिद्धार्थ सिंह, जनसंपर्क अधिकारी आइआरसीटीसी