छात्रा को जारी कर दिया फर्जी एमएसटी पास, यात्रा के दौरान परिचालक ने छात्रा के पास को बताया फर्जी
कर्मचारियों द्वारा बिंद्राबाजार से आजमगढ़ के लिए छात्रा को फर्जी एमएसटी पास जारी कर दिया गया। गुरुवार को परिचालक द्वारा एमएसटी पास को फर्जी बताए जाने पर छात्रा काउंटर पर पहुंची।
आजमगढ़, जेएनएन। उत्तर प्रदेश परिवहन निगम में एमएसटी पास जारी करने में फर्जीवाड़ा का मामला प्रकाश में आया है। कर्मचारियों द्वारा बिंद्राबाजार से आजमगढ़ के लिए छात्रा को फर्जी एमएसटी पास जारी कर दिया गया। गुरुवार को परिचालक द्वारा एमएसटी पास को फर्जी बताए जाने पर छात्रा काउंटर पर पहुंची। पूछताछ की। छात्रा का आरोप है कि कर्मचारियों ने पूछताछ के दौरान बदसलूकी की। छात्रा ने आरएम को प्रार्थना पत्र देकर कार्रवाई की मांग की।
बिंद्राबाजार निवासी छात्रा जिला मुख्यालय स्थित एक विद्यालय में पढ़ाई करती है। वह एमएसटी पास लेकर घर से प्रतिदिन विद्यालय आती-जाती है। पास की वैधता खत्म होने पर वह 13 नवंबर को परिवहन निगम कार्यालय में एमएसटी बनाने के लिए काउंटर पर 625 रुपये जमा की। कर्मचारी विवेक पांडेय द्वारा दो दिन बाद पास देने की बात कही गई। दो दिन बाद एमएसटी पास मिला और वह गुरुवार को बिंद्राबाजार से जिला मुख्यालय जाने के लिए बस पर बैठी। जब उसने एमएसटी पास परिचालक को दिया तो बताया यह एमएसटी पास फर्जी है। उसके बाद छात्रा परिवहन निगम कार्यालय पहुंची। काउंटर पर पूछने पर कर्मचारी ने छात्रा को डाटते हुए बदसलूकी की। वहां मौजूद कर्मचारी व अधिकारियों द्वारा एमएसटी पास की जांच करने पर फर्जी निकला। मामला बढ़ता देख कर्मचारियों ने छात्रा को तत्काल दूसरा एमएसटी पास बनाकर दे दिया गया। फर्जीवाड़ा करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर छात्रा ने आरएम को पत्र दिया है। इस संबंध में सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक ललित कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि छात्रा का फोन आया था। इसकी जांच की जाएगी। जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।