साबरी बंधुओं की सूफी कव्वाली व कैलाश खेर के भारतीय लोक संगीत से सजेगी आजमगढ़ महोत्सव की शाम
आजमगढ़ महोत्सव में कव्वाल साबरी बंधुओं की सूफी कव्वाली से सजी महोत्सव की महफिल जनपदवासियों को लंबे समय तक उनके जेहन में ताजा रहेगी।
आजमगढ़, जेएनएन। वैसे तो दिसंबर में तहसील और फिर जिला मुख्यालय पर आयोजित तीन दिवसीय 'आजमगढ़ महोत्सव' में खेलकूद, लोककला सहित विविध कार्यक्रम होंगे। एक जनपद एक उत्पाद के अंतर्गत चयनित विश्व प्रसिद्ध निजामाबाद की ब्लैक पॉटरी और रेशमी नगरी के नाम से मशहूर मुबारकपुर में बनी बनारसी साड़ी सहित विभिन्न विभागों के स्टॉल लगेंगे लेकिन इस बार महोत्सव को कुछ खास बनाने की लिए जिला प्रशासन की तरफ से विशेष तैयारी की जा रही है। कव्वाल साबरी बंधुओं की सूफी कव्वाली से सजी महोत्सव की महफिल जनपदवासियों को लंबे समय तक उनके जेहन में ताजा रहेगी। साथ ही बालीवुड की नामचीन हस्ती उत्तर प्रदेश के मेरठ में जन्मे सूफी गीतों के बादशाह कहे जाने वाले कैलाश खेर भारतीय लोक संगीत से दर्शकों के बीच अपनी प्रस्तुति का जलवा बिखेरेंगे।
मंजर भोपाली, कुंवर जावेद, सना देहलवी, हास्य कलाकार एहसान कुरैशी भी होंगे शामिल
जिला प्रशासन के साथ दिसंबर में आयोजित होने वाले महोत्सव की तैयारी को अंतिम रूप देने में जुटे क्रिएटिव अभिषेक पंडित बताया कि कार्यक्रम मेें मुशायरा, कवि सम्मेलन और गीत-संगीत से जुड़े कई जानी-मानी हस्तियों के शामिल होने को लेकर चर्चा चल रही है। संपर्क किया जा चुका है। कुछ लोगों ने सहमति भी दे दी है। बताया कि पहले तहसीलवार आयोजित कार्यक्रम में तहसील सदर के मुबारकपुर के कार्यक्रम में कव्वाल साबरी बंधुओं के आने की बात लगभग फाइनल हो चुकी है। इसके अलावा महाराष्ट्र के मंजर भोपाली, कुंवर जावेद, सना देहलवी, हास्य कलाकार एहसान कुरैशी सहित तमाम शायर व कवि अपनी रचनाओं से लोगों को गुदगुदाएंगे।