वैक्सीन के बाद भी बिना मास्क कतई न जाएं सार्वजनिक स्थानों पर, विश्वास न्यूज के वेबिनार में बोले मंत्री रवींद्र जायसवाल
कोरोना वैक्सीन के प्रति वाराणसी के लोगों को जागरूक करने के लिए विश्वास न्यूज द्वारा शुक्रवार को सच के साथी वैक्सीन के लिए हां मीडिया साक्षरता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मंत्री रवींद्र जायसवाल ने वाराणसी के लोगों से कोरोना को लेकर जारी गाइडलाइन का पालन करने की अपील की।
वाराणसी, आनलाइन डेस्क। 'आपने भले ही वैक्सीन लगवा ली हो, फिर भी मास्क लगाए बिना बाहर न निकलें, बिना मास्क के दुकानों में न बैठें। याद रखें मास्क के बिना सार्वजनिक स्थानों से दूर रहें। यह कहना है स्टांप एवं पंजीयन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रवींद्र जायसवाल का। उन्होंने विश्वास न्यूज के वेबिनार में वाराणसी के लोगों से कोरोना को लेकर जारी गाइडलाइन का पालन करने की अपील की। मंत्री ने कहा कि वैक्सीन के प्रति लोगों में काफी जागरूकता बढ़ी है। इसमें मीडिया का बड़ा योगदान है। युवाओं की बड़ी तादाद वैक्सीनेशन के लिए आगे आ रही है। उम्मीद है कि जल्द ही वाराणसी की 70 फीसद आबादी को वैक्सीन लग जाएगी।
कोरोना वैक्सीन के प्रति वाराणसी के लोगों को जागरूक करने के लिए विश्वास न्यूज द्वारा शुक्रवार को 'सच के साथी, वैक्सीन के लिए हां मीडिया साक्षरता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। वेबिनार में लोगों से रूबरू इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डा. अशोक राय ने कहा कि वायरस अपना रूप बदलता रहा है। नए-नए वैरिएंट्स आते रहते हैं। कुछ खतरनाक होते हैं और कुछ नहीं। कोरोना के लिए उपलब्ध वैक्सीन अब तक सभी म्यूटेशन पर प्रभावशाली रही है। यह देखने में आया है कि वैक्सीन गंभीर संक्रमण से बचाती है। डा. राय का कहना है कि वायरस के म्यूटेशन के साथ हमें मास्क जरूर लगाना है। मास्क ही हमें बचाएगा। शारीरिक दूरी का पालन करते हुए ही हम कोरोना से लड़ सकते हैं। उन्होंने बताया कि सरकार की नई गाइडलाइन के अनुसार, यदि किसी को कोरोना हो जाता है, तो उसे तीन महीने बाद वैक्सीन लगवानी चाहिए।
इंटर्नल मेडिसिन में एमडी डा. अनंत पाराशर ने कहा कि यदि कोरोना संक्रमित मरीज का बुखार कम न हो या सांस लेने में दिक्कत हो, तो डाक्टर की सलाह से अस्पताल में भर्ती होना बेहतर रहता है। ये गंभीर लक्षण हैं और इनका ध्यान रखना है। उन्होंने कहा कि वैक्सीन लगवाने के बाद बुखार, उल्टी, सिर दर्द हो सकता है। इसका मतलब है कि वैक्सीन आपके शरीर में अच्छी तरह से काम कर रही है। इससे घबराने की आवश्यकता नहीं है। इससे कोई नुकसान नहीं है। तीन-चार दिन में ये लक्षण खत्म हो जाते हैं। इसका मतलब है कि आपकी बाडी वायरस से लडऩे के लिए तैयार हो गई है। ये सामान्य लक्षण हैंं।
वेबिनार में विश्वास न्यूज के फैक्ट चेकर्स ने वैक्सीन के प्रति लोगों को जागरूक करते हुए भ्रांतियों और अफवाहों के प्रति जागरूक किया। साथ ही फेक न्यूज की पहचान करने का तरीका और इसके लिए आनलाइन उपलब्ध टूल्स के बारे में जानकारी दी। 'सच के साथी, वैक्सीन के लिए हां अभियान के तहत वाराणसी में यह दूसरा वेबिनार था। आइएफसीएन वैक्सीन ग्रांट प्रोग्राम के तहत विश्वास न्यूज देश के 12 शहरों के लिए 'सच के साथी-वैक्सीन के लिए हां कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। इन 12 शहरों में लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, गोरखपुर, मेरठ, आगरा, पटना, मुजफ्फरपुर, रांची, जमशेदपुर, इंदौर, भोपाल शामिल हैं। यह कार्यक्रम 30 सितंबर तक चलेगा।
अशोका इंस्टीट्यूट की सक्रिय भागीदारी
वैक्सीन जागरूकता से जुड़े खास वेबिनार में अशोका इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलाजी एंड मैनेजमेंट परिवार के करीब 100 सदस्य जुड़े। इंस्टीट्यूट के वाइस चेयरमैन अमित मौर्या ने उन्हें इसके लिए प्रेरित किया। गांव से लेकर शहर तक के विशिष्टजन भी आनलाइन जुड़े।