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36 घंटे बाद भी लापता डाक्टर का नहीं लगा सुराग, मीरजापुर के डीएम व एसपी ने मौके पर लिया जायजा

मीरजापुर देहात कोतवाली क्षेत्र के भटौली पुल से शनिवार को संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हुए मंडलीय चिकित्सालय के डाक्टर को खोजा जा रहा है। 36 घंटे बाद उनका सुराग नहीं लग पाया।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Sun, 23 Aug 2020 09:37 PM (IST)Updated: Mon, 24 Aug 2020 01:15 AM (IST)
36 घंटे बाद भी लापता डाक्टर का नहीं लगा सुराग, मीरजापुर के डीएम व एसपी ने मौके पर लिया जायजा
36 घंटे बाद भी लापता डाक्टर का नहीं लगा सुराग, मीरजापुर के डीएम व एसपी ने मौके पर लिया जायजा

मीरजापुर, जेएनएन। देहात कोतवाली क्षेत्र के भटौली पुल से शनिवार को संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हुए मंडलीय चिकित्सालय के डाक्टर को खोजने के लिए वाराणसी पीएसी की फ्लड टीम, एनडीआरएफ वाराणसी व स्थानीय गोताखोरों की तीन टीमों को लगाया गया है। बावजूद इसके 36 घंटे बाद उनका सुराग नहीं लग पाया। टीम रविवार की सुबह से शाम तक भटौली से चुनार तक गंगा की खाक छानती रही, लेेकिन वे नहीं मिले। डीएम सुशील कुमार पटेल, एसपी अजय कुमार ङ्क्षसह व सीएमओ ओपी तिवारी भी दूसरे दिन मौके पर पहुंचकर घटना स्थल का निरीक्षण करते हुए एनडीआरएफ की टीम से स्थिति के बारे में पूछा। कछवां, देहात तथा चुनार पुलिस को भी डाक्टर की खोजबीन में लगाया गया है।

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शनिवार को वाराणसी निवासी डा. जेपी त्रिपाठी मंडलीय चिकित्सालय में ड्यटी करने के लिए अपने निजी वाहन से आ रहे थे। भटौली पुल के पास उनके पेट में दर्द होने पर वे शौच के लिए नीचे उतरकर गंगा किनारे गए थे। इसके बाद लापता हो गए। जानकारी होने पर पुलिस उनकी खोजबीन में जुट गई। गोताखोरों को बुलाकर उनकी तलाश कराई गई लेकिन वे नहीं मिले। इसके बाद उनकी खोजबीन के लिए एनडीआरएफ की टीम को बुलाया। जो रविवार की सुबह से खोजबीन कर रही है। नाव के सहारे पानी के ऊपर व अंदर भी जाकर खोजा लेकिन अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है। सुबह से देहात कोतवाल अभय सिंह, गुरुसंडी चौकी इंचार्ज, कछवां निरीक्षक सुभाष राय आदि लगे रहे।

दूसरे दिन परिजन नहीं पहुंचे घाट पर

पहले दिन घटना की जानकारी होने पर डा. जेपी त्रिपाठी के परिजन भटौली पुल पर पहुंचे थे। पुलिस से पूरी जानकारी लेने के बाद देर शाम वापस लौट गए लेकिन दूसरे दिन घटना सथल पर नहीं पहुंचे। पुलिस कहना रहा कि उनकी खोजबीन की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन के अधिकारी मौके पर आकर जायजा लेकर चले गए। लेकिन उनके परिजन नहीं आए।

चुनार के पास डाक्टर को फंसाने के लिए लगाया गया महाजाल

गंगा में कूदने की आशंका जताते हुए पुलिस की ओर चुनार के पास महाजाल लगाया गया। जिससे अगर वे बहकर वहां जाते हैं तो उसमें फंस जाए। आगे नहीं जाएं जिससे उनको खोजने में परेशानी हो। 

क्या थी वजह डाक्टर के गायब होने की

डाक्टर  के गायब होने की वजह पुलिस के अलावा अन्य लोग भी तलाश कर रहे हैं। अगर वे ड्यूटी से परेशान थे अधिकारी को बताना चाहिए थे। परिवार से परेशान थे तो उसके बारे में भी बताना चाहिए। लेकिन उन्होंने इसके बारे में किसी को कुछ नहीं बताया। इसके चलते लोगों कई बिंदुओं पर चर्चा कर रहे हैं।

सभी कर्मचारी दिखे चिंतित

चिकित्सक के लापता होने की खबर लगते ही दूसरे दिन मंडलीय चिकित्सालय में चर्चा का विषय बना रहा। हर कोई उनके गायब होने पर चिंतित दिखा।

लापता डाक्टर की खोजबीन की जा रही

लापता डाक्टर की खोजबीन की जा रही है। अभी तक नहीं मिले हैं। अन्य पहलू पर भी जांच की जा रही है। जल्द ही उन्हें बरामद कर लिया जाएगा।

-अजय कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक


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