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शिक्षक पात्रता परीक्षा : मुख्य गेट से दे दी गई इंट्री, पेपर मिलने के बाद मांगने लगे मूल प्रति

गेट पर ही जिम्मेदार लोगों की तैनाती की गई होती तो समय रहते मूल प्रवेश पत्र भी उपलब्ध हो जाता। लेकिन परीक्षा कक्ष में जाने के बाद यह जानकारी दी गई। जूनियर हाईस्कूल सहायक अध्यापक/प्रधानाध्यापक चयन परीक्षा 2021 रविवार को होनी थी।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Sun, 17 Oct 2021 01:44 PM (IST)Updated: Sun, 17 Oct 2021 01:44 PM (IST)
शिक्षक पात्रता परीक्षा : मुख्य गेट से दे दी गई इंट्री, पेपर मिलने के बाद मांगने लगे मूल प्रति
गेट पर ही जिम्मेदार लोगों की तैनाती की गई होती तो समय रहते मूल प्रवेश पत्र भी उपलब्ध हो जाता।

वाराणसी, जागरण संवाददाता। शिक्षक पात्रता परीक्षा में काफी अव्यवस्था देखी गई।परीक्षा में जिम्मेदारों की लापरवाही उजागर हुई।नगर स्थित राधा किशोरी राजकीय बालिका इंटर कालेज में परीक्षा देने आए अधिकांश अभ्यर्थियों को इस लिए कक्ष से बाहर कर दिया गया कि उनके पास पहचान पत्र के रूप में डिग्री या अन्य मूल अंकपत्र नहीं थे। इससे परीक्षार्थियों में काफी नाराजगी रही। अभ्यर्थियों का कहना था कि आधा घंटा पहले मुख्य गेट से जब इंट्री दी गई उसी समय क्यों नहीं बताया गया।

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आरोप था कि गेट पर ही जिम्मेदार लोगों की तैनाती की गई होती तो समय रहते मूल प्रवेश पत्र भी उपलब्ध हो जाता। लेकिन परीक्षा कक्ष में जाने के बाद यह जानकारी दी गई। जूनियर हाईस्कूल सहायक अध्यापक/प्रधानाध्यापक चयन परीक्षा 2021 रविवार को होनी थी। सहायक अध्यापक/प्रधानाध्यापक प्रथम पेपर सुबह दस बजे से दोपहर बारह बजे तक होना था और प्रधानाध्यापक का दूसरा पेपर दोपहर दो बजे से तीन बजे तक।नगर स्थित राधा किशोरी राजकीय बालिका इंटर कालेज को भी परीक्षा केंद्र बनाया गया था। लगभग तीन दर्जन परीक्षार्थी प्रवेश पत्र की मूल प्रति लेकर नहीं पहुंचे थे।मुख्य गेट पर फोटो कापी प्रवेश पत्र की जांच के बाद परीक्षार्थियों को कक्ष में भेज दिया गया। इसके बाद परीक्षा पेपर भी लाकर दे दिया गया। कुछ देर बाद जिम्मेदार शिक्षिकों ने परीक्षार्थियों के प्रवेश पत्र की जांच शुरू कर दी।

जिनके पास मूल प्रति नहीं थे,उन्हें कक्ष से बाहर निकाल दिया गया।उस समय अभ्यर्थी मूल प्रति परिजनों से मंगाने की रोते हुए हाथ जोड़कर विनती करते रहे लेकिन कक्ष निरीक्षक माने नहीं।अभ्यर्थियों ने प्रधानाचार्या गीता सिंह से भी अनुरोध किया फिर भी कोई सुनवाई नहीं हुई।परेशान अभ्यर्थी रोते हुए घर को वापस गए। परीक्षा न देने की चिंता परीक्षार्थियों के चेहरे पर साफ दिखाई दे रही थी।

क्या कहते हैं परीक्षार्थी

उसके पास मूल प्रवेश पत्र नही थीं लेकिन अन्य प्रमाणपत्र पर उसकी सत्यापित फोटो चस्पा थी। प्रमाण पत्र प्रमाणित लाने की बात कहते हुए परीक्षा देने से रोक दिया गया। - आनंद श्रीवास्तव

अगर मुख्य द्वार पर ही परीक्षार्थियों को बिना मूल प्रति के प्रवेश नहीं दिया गया होता तो परीक्षार्थी के पास मूल प्रति लाने का समय मिल जाता।लेकिन जिम्मेदार लोगों की नासमझी से परीक्षा से वंचित होना पड़ा।कक्ष में पहुंचने और पेपर मिलने के बाद बाहर किया जाना,कहीं से उचित नहीं है। -शैलेंद्र कुमार गिरी

परीक्षा न दे पाने के कारण अभ्यर्थियों का भविष्य अंधकारमय हो जाएगा। परीक्षा के लिए काफी तैयारी की गई थी।लेकिन पल भर में ही सबकुछ बेहार हो गया। -किरण चौधरी

कालेज प्रशासन पूरी तरह से अपनी मनमानी कर रहा है। समय रहते अभ्यर्थियों को नहीं बताया गया।परीक्षा न देने से उनके सपनों पर पानी फिर गया। -राधेश्याम कुशवाहा

बोले अधिकारी : परीक्षा में विभागीय निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन किया गया।यदि किसी अभ्यर्थी को बाहर निकाला है तो उसके पास मूल आइडी नहीं थी। - गीता सिंह, प्रधानाचार्या, राधा किशोरी राजकीय बालिका इंटर कालेज रामनगर।


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