हाथियों का उत्पात : सोनभद्र के बभनी में रात में कई बार उठकर ग्रामीण आस-पास के लोगों से लेते हैं टोह
सोनभद्र के बभनी इलाके में उत्पात मचाता है। इन्हें सुरक्षित तरीके से पुन तमोर पिंगला भेजने के लिए एक्सपर्ट टीम लगायी गई है।
सोनभद्र, जेएनएन। छत्तीसगढ़ के तमोर पिंगला से भटककर आया 12 हाथियों का एक झुंड इन दिनों छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश के करीब दो दर्जन गांवों में दहशत का पर्याय बना हुआ है। कभनी छत्तीसगढ़ के झापर में तो कभी यूपी के बभनी इलाके में उत्पात मचाता है। इन्हें सुरक्षित तरीके से पुन: तमोर पिंगला भेजने के लिए एक्सपर्ट टीम लगायी गई है। बभनी ब्लाक से आगे निगरानी के लिए यहां की भी टीम लगी हुई है। बुधवार की रात में हाथियों ने जिले की सीमा से सटे रघुनाथगनर के झापर गांव में उत्पात मचाया। कई किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचाया। अब तक आधा दर्जन लोगों का घर भी हाथी गिरा चुके हैं।
यूपी के सीमा से महज पांच किलो मीटर की दूरी पर छत्तीसगढ़ के झापर गांव मे मंगलवार को हाथियों ने उत्पात मचाया। उन्हें किसी तरह से वन कर्मियों ने ग्रामीणों की मदद से जंगल की ओर भेजा लेकिन, बुधवार की शाम को पुन: आए गए। जंगल घना और बारिश के कारण हाथियों को खदेडऩे में समस्या हो रही है। वन विभाग के कर्मियों की मानें तो पन्नेलाल रामसूरत, प्रबोधन, परमेश्वर, धन सिंह, राम अधीन का मकान अब तक गिरा चुके हैं। रघुनाथनगर के वनक्षेत्राधिकारी रामसरन राम ने बताया कि एक्सपर्ट टीम लगाकर हाथियों पर निगरानी की जा रही है। कोशिश है कि कोई जानमाल न हो।
उधर, बभनी रेंज के रेंजर अवधनारायण मिश्र ने कहा कि हाथी छत्तीसगढ़ सीमा से पांच किमी की दूरी पर हैं। जिले में न आने पाएं इस लिए पूरी टीम के साथ सीमा पर निगरानी की जा रही है। बता दें कि अभी गत सप्ताह ही बभनी के शीशटोला में हाथी आ गए थे।