दुधवा नेशनल पार्क ले जाते समय हादसे में हाथी जख्मी, वन्य जीव प्रभाग रामनगर में बांधा गया हाथी
वन विभाग के अफसरों की लापरवाही से जहां एक ट्रक ध्वस्त हो गया वहीं हाथी जख्मी हो गया।
वाराणसी, जेएनएन। वन विभाग के अफसरों की लापरवाही से जहां एक ट्रक ध्वस्त हो गया, वहीं हाथी जख्मी हो गया। दुधवा नेशनल पार्क ले जाने के लिए विभागीय कर्मी हाथी को ट्रक पर लाद रहे थे। ट्रक के डाला में चढऩे के बाद हाथी घूम गया जिससे वह ध्वस्त हो गया और केवल ट्रक की बॉडी बची। यह देख लोग मौके पर जेसीबी आदि छोड़कर भाग खड़े हुए। हाथी को महावत ने किसी तरह काशी वन्य जीव प्रभाग रामनगर में पेड़ से बांधा।
महावत तुलसी राम का कहना है कि वन विभाग के कर्मचारी दो दिन पूर्व जेसीबी मंगाकर ट्रक पर लादने की कोशिश कर रहे थे। इस दौरान वह जख्मी हो गया जिससे गुस्साए हाथी ने ट्रक के डाला को तोड़ दिया। बताया कि बीते कई दिनों से हाथी को परिसर में रखा गया है। विभाग की ओर से चारा-पानी भी नहीं दिया जा रहा है। सिर्फ एक दिन गन्ना लाकर हाथी को दिया गया था। भूखे हाथी को चारा के लिए वह आसपास के पेड़ों से पत्तियां व टहनियां काटकर लाता है।
वहीं एसडीओ दिनेश सिंह का कहना है कि बीते वर्ष दीपावली के पहले हाथी ने चंदौली के बबूरी में एक बच्चे को जान से मार दिया। इसके बाद हाथी को पुलिस ने पकड़ कर वन विभाग के हवाले कर दिया। हाथी के मालिक ने जो कागजात दिखाए वह सही नहीं हैं। हाथी के कान में वह चिप भी नहीं लगा है जो लाइसेंस प्रदान करने के दौरान लगाए जाते हैं। ऐसे में कोर्ट के आदेश पर हाथी को दुधवा नेशनल पार्क भेजने की तैयारी हो रही थी।
अब उसे पैदल ही पार्क भेजा जाएगा। हाथी जौनपुर का बताया जाता है। महावत का कहना है कि मालिक ने वन विभाग के अफसरों को भरोसा दिया था कि वे पैदल हाथी को पार्क तक भेज देंगे लेकिन वे नहीं माने। कोर्ट ने आदेश दिया है कि हाथी को दुधवा पार्क भेजने के दौरान चिकित्सकों की व्यवस्था की जाए। जानकार बताते हैं कि पालतू हाथी को महावत से दूर नहीं करना चाहिए वरना वह ज्यादा खतरनाक हो जाता है।