Power Carporation का झटका : भुगतान तिथि से दो दिन पहले काट दी बिजली, बात नहीं सुन रहे अधिकारी
गत माह का बिल पांच अक्टूबर को जेनरेट हुआ है। जमा करने की आखिरी तिथि 17 अक्टूबर है लेकिन स्मार्ट मीटर कंपनी ने दो दिन पूर्व ही बिजली काट दी। बिल जमा करने के बाद भी कनेक्शन काटने की लापरवाही विभाग की है पर उपभोक्ताओं को ही जुर्माना भरना पड़ेगा।
वाराणसी, जेएनएन। स्मार्ट मीटर की बिगड़ी चाल से परेशानी झेल रहे बिजली उपभोक्ताओं की पीड़ा कम नहीं हो रही है। उनका आरोप है कि अफसर उनकी बात नहीं सुन रहे है। ताजा मामला बिल भुगतान की नियत तिथि से दो दिन पूर्व ही कनेक्शन काटने का सामने आया है। इसमें गुरुवार को शहर के सैकड़ों उपभोक्ताओं की बिजली काट दी गई। उपभोक्ता उपकेंद्र पहुंचे व अधिकारियों को बताया कि बिल जमा है तो वे फौरन स्मार्ट मीटर सेक्शन में संपर्क करने लगे। करीब दो घंटे बाद पता चला कि गत माह का बिल पांच अक्टूबर को जेनरेट हुआ है। जमा करने की आखिरी तिथि 17 अक्टूबर है, लेकिन स्मार्ट मीटर कंपनी ने दो दिन पूर्व ही बिजली काट दी।
लापरवाही विभाग की, जुर्माना भरेंगे उपभोक्ता
बिल जमा करने के बाद भी कनेक्शन काटने की लापरवाही विभाग की है, पर उपभोक्ताओं को ही जुर्माना भरना पड़ेगा। बिजली काटने-जोडऩे को विभाग आरओ- डीओ चार्ज के नाम पर छह सौ रुपये लेता है, जो बिल में ही जोड़ लिया जाता है।
दिनभर चला मीटर के वीडियो का खेल
उपकेंद्र पर पहुंचे उपभोक्ताओं से अधिकारियों ने कहा कि मीटर को टेप करके एक मिनट की वीडियो क्लिप बना कर लाएं। जब उपभोक्ता घर से मीटर का वीडियो क्लिप मंगाने लगे तब अधिकारी स्मार्ट मीटर सेक्शन में री-कनेक्शन को कमांड भेजने लगे। फिर भी आपूर्ति बहाल नहीं हुई। तब बताया गया कि लखनऊ में एलएनटी कंपनी का सर्वर डाउन है। जिससे आपूर्ति नहीं शुरू हो रही है। देर शाम तक कनेक्शन का संयोजन नहीं हो सका था।
17 अक्टूबर जमा तिथि, 15 को काट दी बिजली
उपभोक्ता संख्या- 9140911000 उपभोक्ता ने बताया कि पांच अक्टूबर को मोबाइल पर संदेश आया कि आपका बिल 6308 रुपये है, जिसे जमा करने की अंतिम तिथि 17 अक्टूबर है। उक्त तिथि के पहले उसने तीन हजार रुपये भुगतान कर दिया। शेष 3308 रुपये का भुगतान बकाया है। जिसे जमा करने की अंतिम तिथि 17 है, लेकिन 15 को बिजली काट दी गई।