आज मिलेगी इलेक्ट्रिक बस की सौगात, स्मार्ट सिटी वाराणसी में भी दौड़ेंगे ईंधन मुक्त बड़े वाहन
काशीवासियों को गुरुवार से इलेक्ट्रिक बस (बैटरी चालित बस) सेवा की सौगात मिलेगी। इस सेवा का शुभारंभ मिर्जामुराद स्थित इलेक्ट्रिक चार्जिंग बस स्टेशन से किया जाएगा। मंत्री नीलकंठ तिवारी हरी झंडी दिखाकर बस को रवाना करेंगे। पहले चरण में तीन रूटों पर 11 बसें चलाई जाएंगी।
जागरण संवाददाता, वाराणसी : काशीवासियों को गुरुवार से इलेक्ट्रिक बस (बैटरी चालित बस) सेवा की सौगात मिलेगी। इस सेवा का शुभारंभ मिर्जामुराद स्थित इलेक्ट्रिक चार्जिंग बस स्टेशन से किया जाएगा। मंत्री नीलकंठ तिवारी हरी झंडी दिखाकर बस को रवाना करेंगे। पहले चरण में तीन रूटों पर 11 बसें चलाई जाएंगी। धीरे-धीरे शहर के अन्य सातों रूटों पर कुल 25 इलेक्ट्रिक बसों का संचालन किया गया जाएगा। हालांकि बनारस में 100 इलेक्ट्रिक बसों का संचालन होना है। पहले चरण में अभी सिर्फ 25 इलेक्ट्रिक बसें ही मिल पाईं है।
स्मार्ट सिटी के तहत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गत 26 सितंबर को उत्तर प्रदेश के प्रमुख शहरों में इलेक्ट्रिक बस सेवा का शुभारंभ किया था। जिन शहरों में तैयारी पूरी नहीं हो पाई थी कि वहां के अधिकारियों को तेजी से काम कराने का निेर्दश दिया गया था। तय तिथि में काम पूरा नहीं होने पर संबंधित अधिकारी दोषी मानें जाएंगे। साथ ही मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल, जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा और नगर आयुक्त प्रणय सिंह को तेजी से काम कराने का निर्देश दिया था। मंगलवार को इलेक्ट्रिक बसों का ट्रायल रन हुआ। एक बस चालकों का दल लेकर मिर्जामुराद से बाबतपुर और दूसरी लंका और सारनाथ तक चलाई गई। ट्रायल रन में शामिल तकनिकी विशेषज्ञों ने गहन परीक्षण किया।
तीन चार्जिंग प्वाईंट तैयार
इलेक्ट्रिक बसों के संचालन से पहले कार्यदायी संस्था ने मिर्जामुराद स्थित इलेक्ट्रिक चार्जिंग बस स्टेशन में तीन चार्जिंग प्वाईंट तैयार कर लिया है। शेष प्वाइंट निर्माणधीन है, जिन्हे धीरे-धीरे तैयार किया जा रहा है। प्लेटफार्म बनाए जा रहे हैं। टीनशेड लगाने का काम जोरों पर है। कुल 25 इलेक्ट्रिक बसें आ चुकी है, इनमें से पहले चरण में 11 बसें तीन रूट पर चलाई जाएंगी। शेष 14 बसों को धीरे-धीरे सड़क पर उतारा जाएगा। माना जा रहा है कि 25 दिसंबर तक सभी बसें सड़कों पर दौडऩे लगेंगी।
नगरीय परिवहन निदेशालय की सख्ती के बाद दिखाई तत्परता
प्रधानमंत्री के आगमन से पूर्व काशीवासियों को इलेक्ट्रिक बस की सौगात देने की तैयारी तेजी से चल रही थी। नगरीय परिवहन निदेशालय के अपर निदेशक की सख्ती के बाद कार्यदायी संस्था ने तेजी दिखाई। मिर्जामुराद में निर्माणाधीन चार्जिंग स्टेशन की जमीन के लिए लंबे समय तक संघर्ष करना पड़ा। अब चार्जिंग स्टेशन के निर्माण में देरी और शहर में चार्जिंग प्वाईंट के लिए जमीन की तलाश के चलते योजना को लागू कराने में देरी हो गई। अल्टीमेटम के बावजूद देरी पर नाराज अपर निदेशक ने पिछले दिनों वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान कर्यदायी संस्था के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया था। कहा था कि हरहाल में नौ दिसंबर तक इलेक्ट्रिक बसों का संचालन शुरु हो जाना चाहिए लेकिन तैयारियों को लेकर अधिकारी असमंजस में थे, ऐसे में तिथि तय नहीं कर पा रहे थे। फिलहाल तीन इलेक्ट्रिक बसें सड़क पर दौडऩी शुरू हो जाएंगी।
-पहले चरण में तीन रूट पर होगा संचालन
-शेष चार रूट पर चलाने की जल्द मिलेगी सहमति
-11 बस पहले चरण में चलेंगी
-शेष 14 बसों का संचालन 25 दिसंबर तक हॉल
-बन चुके हैं तीन चार्जिंग प्वाईंट
निर्धारित किराया
किमी. रुपया
0 से 3 10
3 से 6 15
6 से 11 20
11 से 15 25
15 से 20 30
20 से 25 35
25 से अधिक 40
काशीवासियों को इलेक्ट्रिक बसों की सौगात आज से मिलने लगेगी। शहर प्रदूषण मुक्त होने के साथ कम किराया होने से यात्रियों को राहत मिलेगी।
-केके तिवारी, क्षेत्रीय प्रबंधक-परिवहन निगम