चुनावकर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर को मुफ्त मिलेगी आयुष किट, रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ाकर कोरोना को देगी मात
UP Assembly Election 2022 आयुष रक्षा किट में आयुर्वेदिक दवाओं के सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता तो बढ़ेगी ही साथ ही यह कोरोना में भी काफी कारगर है। कोरोना के कारण होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों के लिए भी आयुष रक्षा किट लाभदायक मानी गई है।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। कोरोना की तीसरी लहर में आयुष रक्षा किट कारगर सिद्ध हो सकता है। इसके सेवन से लोगों में रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ेगी। इसमें शामिल आयुर्वेदिक दवाओं का सेवन कर फ्रंटलाइन वर्कर व मतदानकर्मी अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ायेंगे। इसके लिए आयुष विभाग की ओर से उन्हें 'आयुष रक्षाकिट' का निःशुल्क वितरण किया जा रहा है। यह किट खासकर कोरोना से पाजिटिव लोगों को उपलब्ध कराया जा रहा है।
क्षेत्रीय आयुर्वेद एवं यूनानी अधिकारी डा. भावना द्विवेदी ने बताया कि फ्रंटलाइन वर्कर व चुनाव ड्यूटी में लगे अधिकारियों, कर्मचारियों को ‘आयुष रक्षा किट’ प्रदान करने की तैयारी शुरू कर दी गयी है। जल्द ही यह उन्हें उपलब्ध करा दी जाएगी। बताया कि निदेशक आयुर्वेद प्रो. एसएन सिंह ने हाल ही में सभी क्षेत्रीय आयुर्वेद अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक में निर्देश दिया है कि सभी फ्रंटलाइन वर्कर व चुनाव ड्यूटी में लगने वाले अधिकारियों, कर्मचारियों को आयुष रक्षा किट प्रदान की जाए। इस निर्देश के बाद सम्बन्धित विभागों से कर्मियों की सूची मंगायी गयी है। सूची प्राप्त होते ही आयुष रक्षा किट का वितरण शुरू कर दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि आयुष रक्षा किट में शामिल आयुर्वेदिक दवाओं के सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता तो बढ़ेगी ही साथ ही यह कोरोना के उपचार में भी काफी कारगर है। कोरोना के कारण 'होम आइसोलेशन' में रहने वाले मरीजों के लिए भी आयुष रक्षा किट काफी लाभदायक है। गुरुवार को डा. सत्येंद्र भारती, फार्मासिस्ट मंगला प्रसाद, वार्ड ब्वाय समर सिंह ने चंदुआ, छित्तूपुर के टेलीफोन में यह सुरक्षा किट वितरित की।
आयुष रक्षा किट में शामिल सामग्री
• च्यवनप्राश-180 ग्राम
• आयुष काढा-100 ग्राम
• संशमनी बटी-30 ग्राम
• अणु तेल-10 मिली
इस तरह करें इस्तेमाल : डा. भावना द्विवेदी के अनुसार आयुष रक्षा किट में शामिल च्यवनप्राश को एक चम्मच दिन में एक बार लेना चाहिए, जबकि आयुष काढ़ा के तीन ग्राम को 150 मिली ग्राम पानी में उबालने के बाद उसे छानकर सेवन करना चाहिए। संशमनी बटी के दो टेबेलेट दिन में दो बार गर्म पानी के साथ लेना चाहिए। अणु तेल का दो ड्राप नाक में दो बार डालना चाहिए।