बिजली की मांग में कमी पर सोनभद्र में आठ यूनिट कराई गईं बंद, यूपी में 13609 मेगावाट तक मांग लुढ़की
यूपी के तमाम हिस्सों में हो रही बारिश के कारण बिजली की मांग में भारी कमी दर्ज की गई है। मांग में कमी के कारण सरकारी और निजी सेक्टर की आठ इकाईयों को बंद कराया गया है। जिसके साथ ही बंद हुई इकाईयों की संख्या 21 तक पहुंच गयी है।
सोनभद्र, जेएनएन। प्रदेश के तमाम हिस्सों में हो रही बारिश के कारण बिजली की मांग में भारी कमी दर्ज की गई है। मांग में कमी के कारण सरकारी और निजी सेक्टर की आठ इकाईयों को बंद कराया गया है। जिसके साथ ही बंद हुई इकाईयों की संख्या 21 तक पहुंच गयी है। 21 इकाईयों के बंद रहने से प्रदेश के हिस्से का कुल 6341 मेगावाट बिजली का उत्पादन कम हुआ है। गुरुवार को पीक आवर के दौरान अधिकतम प्रतिबंधित मांग 13609 मेगावाट तक लुढ़क गई। पिछले चार दिन के दौरान बिजली की मांग में सात हजार मेगावाट की कमी आई है। ज्यादातर चालू इकाईयों से 40 से 50 फीसद तक बिजली का उत्पादन कम कराया जा रहा है।
17 मई को अधिकतम मांग 381.7 मिलियन यूनिट थी
बीते 17 मई को अधिकतम प्रतिबंधित मांग 381.7 मिलियन यूनिट थी। जिसमें लगातार कमी दर्ज की जा रही है। 18 मई को 329.2 मियू, 19 मई को 235.3 मियू तथा 20 मई को 208.8 मियू दर्ज की गयी। उत्पादन निगम की इकाईयों से मात्र 1690 मेगावाट तथा अन्य इकाईयों से 2291 मेगावाट उत्पादन कराया जा रहा था। उधर जलविद्युत इकाईयों से मात्र 80 मेगावाट उत्पादन हो रहा था। शुक्रवार सुबह 12 बजे ओबरा की 200 मेगावाट वाली नौवीं इकाई से 99 मेगावाट, 10वीं से 103 मेगावाट, 11वीं से 107 मेगावाट तथा 12वीं इकाई से 109 मेगावाट उत्पादन हो रहा था।
बिजली के आयात में कमी
मांग में कमी के कारण केंद्रीय पूल से बिजली आयात में भारी कमी आई है। चार दिन पहले तक केंद्रीय पूल से 12 हजार मेगावाट तक बिजली ली जा रही थी जिसमे पांच हजार मेगावाट तक की कमी आई है। गुरुवार को पीक आवर के दौरान केंद्रीय पूल से मात्र 7439 मेगावाट बिजली ली गयी।