जौनपुर में शेल्टर होम से दीवार फांदकर आठ भागे, पुलिस ने गिरफ्तार कर FIR किया दर्ज
जौनपुर में शेल्टर होम से बुधवार की रात दीवार फांदकर कर भाग निकलने वाले आठ लोगों को कोतवाली पुलिस ने उनके घर से पकड़ लिया।
जौनपुर, जेएनएन। शेल्टर होम से बुधवार की रात दीवार फांदकर कर भाग निकलने वाले आठ लोगों को कोतवाली पुलिस ने उनके घर से पकड़ लिया। इतना ही नहीं भागने के लिए सभी पर मुकदमा भी दर्ज किया गया है। एहतियान सभी को दोबारा क्वारंटाइन कर दिया गया। यह मामला पूरे इलाके में चर्चा का विषय बना रहा।
सबरहद स्थित शेल्टर होम में जमातियों सहित 95 लोगों को क्वारंटाइन किया गया है। बुधवार की रात करीब 11 बजे मौका पाकर शेल्टर होम में रह रहे आठ लोग दीवार फांदकर भाग निकले। अगले दिन सुबह जैसे ही इस बात की जानकारी हुई प्रशासनिक अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए। फौरन पुलिस को सक्रिय किया गया। आनन-फानन में कोतवाली पुलिस भागे लोगों की घरों पर दबिश देकर सभी को पकड़ लिया। इन सभी के खिलाफ धारा 188 व 225 के तहत मुकदमा भी दर्ज किया गया। सभी के दोबारा शेल्टर में पहुंचने के बाद अधिकारियों के भी जान में जान आई। यह घटना पूरे दिन चर्चा का विषय बना रहा।
जिलाधिकारी ने आश्रय स्थलों का किया निरीक्षण
जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह ने शुक्रवार को मोहम्मद हसन इंटर कालेज, मोहम्मद हसन आइटीआइ, मां दुर्गा सीनियर सेकेंडरी विद्यालय में बने शेल्टर होम का निरीक्षण किया। इस दौरान क्वारंटाइन में रह रहे लोगों की समस्याएं सुनी एवं उनको दिए जाने वाले भोजन की गुणवत्ता परखी।
जिलाधिकारी ने कहा कि किसी को परेशान होने की आवश्यकता नहीं है, किसी को कोई समस्या नहीं होने दी जाएगी। सबको खाने-पीने की पर्याप्त सुविधा उपलब्ध है और सभी लोग एक-दूसरे से एक-एक मीटर की दूरी बनाकर रखें, कोई भी एक-दूसरे को न छुए। उपजिलाधिकारी सदर नीतीश कुमार सिंह ने बताया कि मोहम्मद हसन इंटर कॉलेज 126, मोहम्मद हसन आइटीआइ में 78 व मां दुर्गा सीनियर सेकेंडरी विद्यालय में 96 लोग क्वारंटाइन में रखे गए हैं। डीएम ने एसडीएम को निर्देश देते हुए कहा कि शेल्टर होम में रह रहे लोगों में से किसी के भी मोबाइल में बैलेंस न हो तो उनका बैलेंस डलवा दें। उन्होंने कहा कि शेल्टर होम में रह रहे लोग जिस भी कंपनी में काम कर रहे हो और उस कंपनी द्वारा उनका वेतन नहीं दिया गया है तो उनकी सूची बनाकर उपलब्ध कराएं तथा कंपनी से बात करके उनका वेतन उनके खाते में पहुंचाना सुनिश्चित कराया जा सके।