ईस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कारीडोर का 123 किलोमीटर कार्य पूरा, पीडीडीयू जंक्शन से आज चलेगी ट्रायल ट्रेन
ईस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कारीडोर कारपोरेशन ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन से न्यू चिरैलापौथू जंक्शन तक 123 किलोमीटर तक का काम पूरा हो गया है। गुरुवार को ट्रायल ट्रेन का परिचालन किया जाएगा। ईडीएफसीसी के महाप्रबंधक समन्वय अजित मिश्रा इसकी निगरानी करेंगे।
चंदौली, विवेक दुबे। ईस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कारीडोर कारपोरेशन ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन से न्यू चिरैलापौथू जंक्शन तक 123 किलोमीटर तक का काम पूरा हो गया है। गुरुवार को ट्रायल ट्रेन का परिचालन किया जाएगा। ईडीएफसीसी के महाप्रबंधक समन्वय अजित मिश्रा इसकी निगरानी करेंगे। ट्रायल ट्रेन डाउन न्यू गंजख्वाजा स्टेशन से न्यू चिरैलापौथू स्टेशन तक और अप न्यू चिरैलापौथू से न्यू गंजख्वाजा स्टेशन तक चलेगी। यह फ्रेट कारीडोर छह स्टेशन, दो राज्य बिहार व उत्तर प्रदेश व चार जिलों से होकर गुजरेगा। अब औद्योगिक इकाइयों को गति मिलेगी और व्यापारियों को सहूलियत। मालगाड़ी में किसी तरह की बाधा न आएं, इसका भी पूरा ध्यान रखा गया है। 49 लेवल क्रासिंग बंद की जाएंगी। 42 रोड ओवरब्रिज और सात अंडरपास बनाने हैं। फिलहाल सात अंडरपास और पांच रोड ओवरब्रिज बनकर तैयार हो गए हैं। अन्य ब्रिज व अंडरपास पर काम चल रहा है। यह पांच हजार करोड़ की परियोजना है। पिछले 11 वर्ष से चल रहे डीएफसीसी पूर्वी कारीडोर में दस हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिला। इस लाइन पर बहुत जल्द ही मालगाड़ियां सौ किलोमीटर की रफ्तार से फर्राटा भरेंगी।
मालगाड़ियों के परिचालन में किसी तरह की रूकावट न हो, इसके लिए डीएफसीसी ने एक अलग रेल लाइन तैयार की है। यहां तक कि मालगाड़ियों के ठहराव के लिए मंडल में आधा दर्जन न्यू स्टेशन का निर्माण भी कराया जा रहा है। गंजख्वाजा से चिरैलापौथू तक डीएफसीसी का ट्रैक तैयार हो गया है। भारतीय रेल के मौजूदा ग्रैंड कार्ड रेल सेक्शन से पूर्वी डेडीकेटेड फ्रेट कारिडोर (इडीएफसीसी) पर मालगाड़ियों के परिवहन के लिए चिरैलापौथु स्टेशन टेक आफ प्वाइंट होगा। अब काम लगभग पूरा हो चुका है। फ्रेट कारीडोर की लाइन बनाने का उद्देश्य माल ढुलाई में बढ़ोतरी करना है। बिहार व उत्तर प्रदेश के व्यापारी रेलमार्ग से सामान को मंगवा व भेज सकते हैं।
मालगाड़ियों का दबाव कम होने से बढ़ेंगी यात्री ट्रेनें
फ्रेट कारीडोर की लाइन में मालगाड़ियों का परिचालन शुरू होने के बाद कई लाभ मिलेंगे। इंडियन रेलवे की लाइन से जब मालगाड़ियों का दबाव कम हो जाएगा तो यात्री ट्रेनें भी बिना रुकावट के चलेंगी। ट्रेनों के विलंबित होने पर अंकुश लगेगा। इसके साथ ही नई यात्री ट्रेनों का परिचालन भी शुरू किया जा सकता है।
जुड़ेंगे ये जिले व स्टेशन
फ्रेट कारीडोर की लाइन से बिहार व यूपी राज्य को चंदौली और बिहार का कैमूर, रोहतास, औरंगाबाद जिला जुड़ेगा। वहीं न्यू इसीआर पीडीडीयू जंक्शन, न्यू गंजख्वाजा जंक्शन, न्यू सोननगर लिंक, न्यू खुदरा, न्यू करवंदिया, न्यू सोननगर, न्यू दुर्गावती, न्यू चिरैलापौथू स्टेशन भी जुड़ेगा।
डीएफसीसी मालगाड़ियों के परिचालन के लिए सुगम उपलब्धि है
डीएफसीसी मालगाड़ियों के परिचालन के लिए सुगम उपलब्धि है। डीएफसीसी के ट्रैक पर इंजन को चलाने का ट्रायल किया जा रहा है। उम्मीद है कि जल्द ही मालगाड़ियों का परिचालन होगा।
अजित मिश्रा, महाप्रबंधक समन्वय, पूर्व कारीडोर, डीएफसीसी