ई-स्टीमेट रोकेगा फर्जीवाड़ा, अब मनरेगा में सिक्योर साफ्टवेयर हुआ लागू
महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना में अब फर्जीवाड़ा नहीं चलेगा। अब सिक्योर साफ्टवेयर पर ई-स्टीमेट तैयार किया जाएगा। कार्य होने से पूर्व साफ्टवेयर पर आनलाइन मेजरमेंट तैयार किया जाएगा।
मऊ, जेएनएन। महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना में अब फर्जीवाड़ा नहीं चलेगा। अब सिक्योर साफ्टवेयर पर ई-स्टीमेट तैयार किया जाएगा। कार्य होने से पूर्व साफ्टवेयर पर आनलाइन मेजरमेंट तैयार किया जाएगा। मनरेगा में इसे मार्च माह से लागू कर दिया जाएगा। अब कोरे कागजों पर बार-बार उतारे जाने वाले विकास कार्यों के धन पर पूरी तरह से लगाम लग जाएगी। केंद्र सरकार ने मनरेगा में होने वाले फर्जीवाड़ों को रोकने के लिए ऐसा कदम उठाया है।
मनरेगा के तहत ग्राम पंचायतों व क्षेत्र में लगातार फर्जीवाड़ों की शिकायतें प्राप्त होती थी। एक ही काम पर ग्राम पंचायत तो कभी क्षेत्र पंचायत अपना स्टीमेट बनाकर बार-बार धन उतारा करती थी। प्रतिवर्ष कागजों की हेराफेरी कर करोड़ों का खुला खेल होता था। वर्षों से इस पर रोक लगाने की मांग भी उठती रही। वर्तमान में केंद्र सरकार ने फर्जीवाड़ा रोकने के लिए सिक्योर आनलाइन साफ्टवेयर तैयार किया है। इस आनलाइन प्रणाली के तहत कार्य चिह्नित कर पहले आनलाइन मेजरमेंट भरना होगा। उसमें कार्य की लंबाई-चौड़ाई आदि पूरे कार्यों को भरा जाएगा। केंद्र सरकार की सोच है कि विकास को दिए जाने वाली धनराशि का मुकम्मल सदुपयोग हो। सबसे बड़ी बात यह कि अगर कोई बिना ई-स्टीमेट तैयार किए कार्य कराना चाहे तो वह नहीं करा सकता। अब ग्राम सचिव स्टीमेट तैयार करेंगे। इसके बाद चार लाख के काम तक जेई व चार लाख से ऊपर के काम को एई द्वारा तकनीकी स्वीकृति प्रदान की जाएगी।
'मनरेगा में अब मैनुअल स्टीमेट बंद और आनलाइन स्टीमेट शुरू हो गया है। सभी संबंधित कर्मियों के आइडी, पासवर्ड बनाए जा रहे हैं। जल्द ही सभी कर्मियों को नई विधा से प्रशिक्षित करने के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा।'
-विजयशंकर राय, जिला विकास अधिकारी।