कोहरे का असर होने से पारे में सुबह अधिक गिरावट, पश्चिमी उत्तर प्रदेश तक पहुंची ठंडी हवाएं
सुबह आसमान साफ रहा लेकिन आसमान साफ होने के बीच अंचलों और कस्बों से लेकर शहर तक कोहरे की चादर बिछी रही। दिन चढ़ा तो सात बजे तक कोहरा और भी छंटता चला गया। मौसम विज्ञानी मान रहे हैं कि अब कोहरे का दायरा दिन प्रतिदिन और भी बढ़ता रहेगा
वाराणसी, इंटरनेट डेस्क। पूर्वांचल में मौसम का रुख अब लगातार बदलाव की ओर है, वातावरण में ठंड का असर भी लगातार बना हुआ है। माना जा रहा है कि वातावरण में गलन का असर भी पखवारे भर में नजर आने लगेगा। मौसम विज्ञानी मान रहे हैं कि अब पहाड़ों पर बर्फबारी का असर उत्तर भारत में होने लगा है। मौसम का रुख पछुआ होने के बाद वातावरण में गलन और बर्फीली हवाओं का असर भी होने लगा है। मौसम विज्ञानी मान रहे हैं कि आने वाले दिनों में तापमान में और भी कमी का दौर आएगा। जबकि कोहरे का सघन असर इस पखवारे के बाद नजर आने लगेगा।
रविवार को सुबह आसमान साफ रहा लेकिन आसमान साफ होने के बीच अंचलों और कस्बों से लेकर शहर तक कोहरे की चादर बिछी रही। दिन चढ़ा तो सुबह सात बजे तक कोहरा और भी छंटता चला गया। मौसम विज्ञानी मान रहे हैं कि अब कोहरे का दायरा दिन प्रतिदिन और भी बढ़ता रहेगा। मौसम का रुख बदला होने के बीच ठंडक और गलन का असर भी पूर्वांचल को लगातार कंपाता रहेगा। हालांकि, ठंडी हवाओं का असर दिन चढ़ने पर सुबह नौ बजे के बाद खत्म हो जा रहा है।
बीते चौबीस घंटों में अधिकत तापमान 29.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से एक डिग्री कम रहा। न्यूनतम तापमान 13.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से दो डिग्री कम रहा। आर्द्रता अधिकतम 74 फीसद और न्यूनतम 50 फीसद दर्ज किया गया। मौसम विज्ञानी मान रहे हैं कि आने वाले दिनों में कोहरे का असर और भी घना होगा। जबकि दक्षिण भारत में बादलों की सक्रियता कम होने और उत्तर की ओर बढ़ने पर कमजोर होने से मौसम अब सामान्य होने की ओर है। वहीं पाकिस्तान से होते हुए ठंडी हवाओं का झोंका राजस्थान को पार कर अब उत्तर प्रदेश में दाखिल हो चुकी है।