वाराणसी में 253 करोड़ का ड्रेनेज सिस्टम सड़क में दफन, जल निगम की ओर से हुई धांधली
वाराणसी में ड्रेनेज सिस्टम का जगह-जगह बनाए गए कैकपिट और जालियों को लोक निर्माण विभाग व नगर निगम द्वारा सड़क बनाए जाने के दौरान पाट दिया गया हैं जिससे स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज सिस्टम पूरी तरह क्रियाशील नहीं हो सका।
जागरण संवाददाता, वाराणसी : जल निकासी के लिए वर्ष-2009 में स्टार्म वाटर ड्रेनेज सिस्टम की योजना बनी थी। 253 करोड़ रुपये की इस योजना में शहर भर करीब 76 किलोमीटर पाइप लाइन बिछाई गई। जल निकासी की यह योजना 2015 से ही पूरी हो गई है लेकिन वह कारगर नहीं हुई क्योंकि सपा सरकार में जब नगर विकास मंत्री आजम खां थे तो बनारस की सीवेज, पेयजल व स्टार्म वाटर ड्रेनेज सिस्टम निर्माण में जल निगम की ओर से खूब धांधली की गई। हालात ऐसे हुए सड़कों में जल निकासी का पूरा सिस्टम दफन हो गया।
जनता हल्ला मचाती रही लेकिन शासन तक कोई सुनवाई नहीं हुई। खास यह की योजना पूर्ण हुए पांच वर्ष हो गए लेकिन नगर निगम को इसे अभी तक जल निगम ने हैंडओवर नहीं किया है। कारण, ड्रेनेज सिस्टम का जगह-जगह बनाए गए कैकपिट और जालियों को लोक निर्माण विभाग व नगर निगम द्वारा सड़क बनाए जाने के दौरान पाट दिया गया हैं जिससे स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज सिस्टम पूरी तरह क्रियाशील नहीं हो सका। बंद जालियों व कैकपिट को खुलवाने के लिए गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई द्वारा तीन करोड़ रुपये का डीपीआर तैयार किया गया है जो कागजों से बाहर नहीं निकला।
जलजमाव के लिए चिह्नित स्पाट
बड़ी गैबी, जक्खा, मोतीझील, सीस नगवा, चपरहिया पोखरी, मकदूम बाबा, देव पोखरी, अम्बा पोखरी, अहमदनगर, जक्खा कब्रिस्तान, आकाशवाणी मोड़, शिवपुरवा का हनुमान मंदिर मैदान, शायरा माता मंदिर, जेपी नगर मलिन बस्ती, निराला नगर लेन नंबर तीन। सरैया पोखरी, सरैया फकीरिया टोला, कोनिया धोबीघाट, जलालीपुरा, अमरोहिया, सरैया मुस्लिम बस्ती, कोनिया मोहन कटरा, अमरपुर मढहिया, सरैया निगोरिया, रमरेपुर, मवईया यादव बस्ती, शेखनगर बैरीवन और पांडेयपुर गांव आदि।
सरकारी जमीन पर निर्माण कार्य गिराया : नगर निगम प्रवर्तन दल ने गुरुवार को बकरिया कुंड के पास सरकारी जमीन पर हो रहे निर्माण को गिराया। शिवपुर में भी अवैध निर्माण को रोका। कार्रवाई का नेतृत्व आदमपुर जोन के जोनल अधिकारी रामेश्वर दयाल कर रहे थे। पूरे दिन की कार्रवाई में नगर निगम ने कुल 26 हजार रुपये जुर्माना वसूल किया।