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बीएचयू के जूनियर रेजिडेंट तृतीय वर्ष के डा. रेवंद आर ने झटके दो राष्ट्रीय पुरस्कार

चिकित्सा विज्ञान संस्थान बीएचयू के दो मेडिकल विद्यार्थियों ने राष्ट्रीय पुरस्कार झटके हैं। संस्थान के फीजियोलाजी विभाग के जूनियर रेजिडेंट (जेआर) तृतीय वर्ष के डा. रेवंद आर ने अकेले ही बेहतर शोध पत्र के लिए दो पुरस्कार हासिल किया है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Sun, 10 Oct 2021 09:39 PM (IST)Updated: Sun, 10 Oct 2021 09:39 PM (IST)
बीएचयू के जूनियर रेजिडेंट तृतीय वर्ष के डा. रेवंद आर ने झटके दो राष्ट्रीय पुरस्कार
फीजियोलाजी विभाग के जूनियर रेजिडेंट (जेआर) तृतीय डा. रेवंद आर

जागरण संवाददाता, वाराणसी। चिकित्सा विज्ञान संस्थान, बीएचयू के दो मेडिकल विद्यार्थियों ने राष्ट्रीय पुरस्कार झटके हैं। संस्थान के फीजियोलाजी विभाग के जूनियर रेजिडेंट (जेआर) तृतीय डा. रेवंद आर ने अकेले ही बेहतर शोध पत्र के लिए दो पुरस्कार हासिल किया है। इसके अलावा मार्डन मेडिसिसन संकाय की इंटर्न डा. कालिका ने एक अन्य प्रतियोगिता में द्वितीय पुरस्कार पाया है। इन दोनों विद्यार्थियों की इस उपलब्धि पर संस्थान में हर्ष है।

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संस्थान के निदेशक प्रो. बीआर मित्तल ने बताया कि यह गर्व के बात है कि आइएमएस के दो विद्यार्थियों ने बेहतर शोध पत्र प्रस्तुत कर पुरस्कार हासिल किए हैं।

इनसे अन्य मेडिकल विद्यार्थियों को भी प्रेरणा मिलेगी। वहीं फीजियोलाजी विभाग के डा. संजीव सिंह ने बताया कि डा. रेवंद ने दो पुरस्कार पाया है। डा. रेवंद को पिछले माह एसोसिएशन आफ फीजियोलाजिस्ट्स आफ इंडिया की ओर से आयोजित कार्यक्रम के दौरान जिंपर गोल्डेन ऐसोपिकान अवार्ड मिला। यह पुरस्कार पूरे देश में एक ही मेडिकल छात्र को मिला है। इसके साथ ही डा. रेवंद को बेस्ट ओरल प्रजेंटेशन पर द्वितीय पुरसकार मिला। इससे पहले मार्च में एम्स नई दिल्ली की ओर से बेस्ट रिसर्च के लिए एस श्रीनिवासन अवार्ड मिला था। डा. रेवंद ने यह शोध पैन एंड स्ट्रेस से हृदय व फेफड़े पर पड़ने वाले असर पर किया है। इसके साथ ही इंटर्न डा. कालिका माहेश्वरी ने आल इंडिया रिसर्च प्रजेंटेशन कंपटिशन में द्वितीय पुरस्कार हासिल किया है।

इसके साथ ही चिकित्सा विज्ञान संस्थान बीएचयू के रेडियोथेरेपी एवं रेडिएशन विभाग की जूनियर रेजिडेंट डा. अंतरा बागची ने भी बेहतर पेपर प्रस्तुत करने पर विश्व में दूसरा पुरस्कार हासिल किया है। डां. अंतरा ने यह अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार पिछले सप्ताह फिलीपींस में आनलाइन आयोजित पांचवें फैरो (फेडेरेशन आफ एशियन आर्गनाइजेशन फार रेडिएिशन अंकोलाजी ) वार्षिक कांफ्रेंस में पाया। कानपुर के खलासी लाइन निवासी एआर बागची को भी बिटिया की इस उपलब्धि पर गर्व है। साथ ही विभाग में भी हर्ष है। विभाग के अध्यक्ष प्रो. सुनील चौधरी व प्रो. ललित मोहन अग्रवाल ने बधाई दी है।


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