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दुनिया के शीर्ष दो फीसद रिसर्चर की लिस्ट में टाटा कैंसर हॉस्पिटल बनारस के प्रभारी डा. पंकज चतुर्वेदी शामिल

दुनिया के टॉप दो फीसद शोधकर्ताओं की लिस्ट हाल ही में जारी की गई है जिसमें टाटा मेमोरियल सेंटर मुंबई के उपनिदेशक और महामना पंडित मदन मोहन मालवीय कैंसर सेंटर एवं होमी भाभा कैंसर हॉस्पिटल वाराणसी के प्रभारी डॉ. पंकज चतुर्वेदी को भी शामिल किया गया है।

By saurabh chakravartiEdited By: Published: Sun, 06 Dec 2020 11:48 AM (IST)Updated: Sun, 06 Dec 2020 11:48 AM (IST)
दुनिया के शीर्ष दो फीसद रिसर्चर की लिस्ट में टाटा कैंसर हॉस्पिटल बनारस के प्रभारी डा. पंकज चतुर्वेदी शामिल
दुनिया के शीर्ष दो फीसद रिसर्चर की लिस्ट में टाटा कैंसर हॉस्पिटल बनारस के प्रभारी डा. पंकज चतुर्वेदी शामिल।

वाराणसी, जेएनएन। दुनिया के टॉप दो फीसद शोधकर्ताओं की लिस्ट हाल ही में जारी की गई है, जिसमें टाटा मेमोरियल सेंटर, मुंबई के उपनिदेशक और महामना पंडित मदन मोहन मालवीय कैंसर सेंटर एवं होमी भाभा कैंसर हॉस्पिटल वाराणसी के प्रभारी डॉ. पंकज चतुर्वेदी को भी शामिल किया गया है। यह लिस्ट अमेरिका स्थित स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के शोधकों द्वारा प्रतिष्ठित जर्नल प्लोस वन (PLoS one) में प्रकाशित की गई है। डॉ. चतुर्वेदी भारत की तरफ से इस लिस्ट में शामिल होने वाले कुछ भारतीयों में से एक हैं।

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जानकारी के अनुसार शोधकों ने विज्ञान के हर क्षेत्र में अहम भूमिका निभाने वाले लोगों का मूल्यांकन करने के बाद 1,59,683 रिसर्चर्स को टॉप 2 प्रतिशत में शामिल किया है। डॉ चतुर्वेदी के करीब 300 शोध प्रकाशन और पब्लिक हेल्थ के क्षेत्र में किये गए बेहतरीन कार्यों के लिए उन्हें इस लिस्ट में जगह मिली है। डॉ चतुर्वेदी की ओर से किये गए कैंसर के क्षेत्र में तमाम तरह के शोध कार्य पब्लिक हेल्थ को बेहतर करने के लिए काम करने वालों के लिए न केवल दिशा निर्देश की तरह है, बल्कि इससे उन्हें काफी मदद भी मिलती है। कैंसर और अन्य बीमारियों के बचाव के लिए डॉ. पंकज चतुर्वेदी तंबाकू, शराब और सुपारी के इस्तेमाल को नियन्त्रित करने के लिए व्यापक स्तर पर काम करते आ रहे हैं।

डॉ चतुर्वेदी को 32 देशों के 44 संस्थानों में बतौर विजिटिंग फैकल्टी रहे

कैंसर रोकथाम के क्षेत्र में अहम भूमिका निभाने के लिए डॉ चतुर्वेदी को 32 देशों के 44 संस्थानों में बतौर विजिटिंग फैकल्टी बुलाया जा चुका है। वहीं गले और सिर के कैंसर के टेक्स्टबुक के वह संपादक भी हैं। साथ ही इंटरनैशनल जर्नल ऑफ हेड ऐंड नेक के संयुक्त संपादक भी हैं। इसके अलावा कई शोध, क्लिनिकल ट्रायल इत्यादि में भी डॉ पंकज अहम भूमिका निभा चुके हैं। तंबाकू पर रिसर्च करने के लिए डॉ चतुर्वेदी को प्रतिष्ठित NIH R01 ग्रांट भी मिल चुका है। ओरल कैंसर से जुड़े तमाम असोसिएशन के सदस्य होने के साथ ही कई अंतरराष्ट्रीय असोसिएशन के प्रमुख के रूप में भी डॉ पंकज चतुर्वेदी कार्यरत हैं, जबकि कई बड़े सम्मान से भी इन्हें नवाजा जा चुका है।

महाराष्ट्र में तंबाकू उत्पादों को प्रतिबंधित कराने में भी डॉ पंकज ने अहम भूमिका निभाई

महाराष्ट्र में तंबाकू उत्पादों को प्रतिबंधित कराने में भी डॉ पंकज ने अहम भूमिका निभाई है , साथ ही महाराष्ट्र कैंसर वारियर की स्थापना भी इन्होंने ही की है। कैंसर वारियर के  जरिये महाराष्ट्र राज्य के 20 से अधिक जिलों में लोगों को वॉलंटरी कैंसर सेवाएं दी जा रही हैं। इन तमाम उपलब्धियों के साथ- साथ डॉ चतुर्वेदी दुनिया के पहले कैंसर हॉस्पिटल ऑन व्हील 'लाइफ लाइन एक्सप्रेस' के समन्वयक भी हैं। वहीं 2011 में 'यूनाइटेड नेशंस समिट ऑन नॉन कम्युनिकेबल डिजीज' में बतौर वक्ता भी डॉ पंकज चतुर्वेदी को आमंत्रित किया जा चुका है।


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