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काशी में मेट्रो की तैयारी, दोबारा राइट्स को ही डीपीआर बनाने की दी जा रही जिम्मेदारी

मेट्रो रेल सेवा के लिए 150 करोड़ रुपये आवंटित किया गया है जिसके आधार पर बनारस में मेट्रो परियोजना को आकार देने के लिए अब फिर से तैयारी शुरू हो गई है।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Thu, 21 Feb 2019 10:25 PM (IST)Updated: Fri, 22 Feb 2019 09:05 AM (IST)
काशी में मेट्रो की तैयारी, दोबारा राइट्स को ही डीपीआर बनाने की दी जा रही जिम्मेदारी
काशी में मेट्रो की तैयारी, दोबारा राइट्स को ही डीपीआर बनाने की दी जा रही जिम्मेदारी

वाराणसी [विनोद पांडेय] । प्रदेश के बजट में वाराणसी समेत मेरठ, गोरखपुर, प्रयागराज व झांसी में मेट्रो रेल सेवा के लिए 150 करोड़ रुपये आवंटित किया गया है जिसके आधार पर बनारस में मेट्रो परियोजना को आकार देने के लिए फिर से तैयारी शुरू हो गई है। इस कवायद में पुराने ब्लू प्रिंट को खारिज कर नए सिरे से बनारस मेट्रो पर मंथन हो रहा है। 

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पुराने ब्लू प्रिंट को राइट्स ने बनाया था जिस पर वाराणसी विकास प्राधिकरण की निधि से करीब चार करोड़ रुपये खर्च हुए थे। मोटी रकम खर्च कर डीपीआर बनाई गई थी। इसका आकलन कर बनारस में मेट्रो परियोजना की उपयोगिता पर सवाल उठाते हुए खारिज किया गया। सूत्र बताते हैं कि पुराने डीपीआर के अनुसार बनारस में मेट्रो की उपयोगिता सिद्ध नहीं हो रही थी इसलिए नए सिरे से मंथन किया जाएगा। अफसरों के अनुसार नया ब्लू प्रिंट बनाने की जिम्मेदारी भी राइट्स को ही दी जाएगी।

ऐसे में सवाल है कि जिस संस्था ने पुराने डीपीआर में मेट्रो की उपयोगिता की अनदेखी की और सिर्फ कागजी कार्यवाही में जनता के पैसे को पानी की तरह बहा दिया, उसी संस्था को फिर से जिम्मेदारी देना कितना उचित है। यदि दक्षता के अनुसार राइट्स को जिम्मेदारी देना मजबूरी है तो पुराने डीपीआर में हुई अनदेखी का जवाबदेह कौन होगा। फिलहाल, अंदरखाने में जो बातें हो रही हैं उससे यही कहा जा सकता है कि राजनीतिक प्रतिद्वंदिता के कारण संस्था ने कई बिंदुओं की अनदेखी कर डीपीआर को फाइनल किया था। पुराने ब्लू प्रिंट के अनुसार 17256 करोड़ रुपये के प्रस्तावित मेट्रो प्रोजेक्ट में दो कारिडोर बनने थे जिनमें 26 स्टेशन प्रस्तावित हैं। मेट्रो परियोजना के मुख्य सलाहकार मेट्रो मैन पद्मविभूषण श्रीधरन की निगरानी में प्रस्ताव तैयार हुआ है। ऐसे में पुराने ब्लू प्रिंट का खारिज होना भी आश्चर्यजनक है। पुराने ब्लू प्रिंट में 29 किलोमीटर के दो कारिडोर प्रस्तावित हैं। इसमें एक भेल से बीएचयू तो दूसरा बेनियाबाग से सारनाथ है। बेनियाबाग जंक्शन होगा जहां दोनों कारिडोर मिलेंगे। 

यहां बनने थे मेट्रो के स्टेशन : बीएचयू, तुलसी मानस मंदिर, रत्नाकर पार्क, दुर्गा मंदिर, काशी विश्वनाथ (गोदौलिया), बेनियाबाग, मौलवी पार्क (रथयात्रा), काशी विद्यापीठ, वाराणसी जंक्शन (कैंट), नदेसर, कलेक्ट्रेट, भोजूबीर, राजराजेश्वरी नगर (गिलट बाजार), संगम कालोनी शिवपुर, तरना, भेल, कोतवाली, मछोदरी पार्क, काशी बस डिपो, आशापुर, हनुमान मंदिर, मवईयां (हवेलिया), सारनाथ।

बोले अधिकारी : बनारस में मेट्रो परियोजना के लिए नए सिरे से मंथन किया जाएगा। पिछले ब्लू प्रिंट में बहुत से बिंदुओं की अनदेखी हुई है इसलिए नए ब्लू प्रिंट को तैयार किया जाएगा। -मनोज कुमार, नगर नियोजक वीडीए।


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