मौसमी बीमारी से बचाएगा तुलसी, अदरक व काली मिर्च का काढ़ा, ठंडी की आहट के साथ ही बढ़ रही सर्दी और खांसी
बदलते मौसम के साथ मौसमी बीमारियां भी जोर पकड़ लेती हैं। ऐसे में सभी को बहुत ही सतर्क रहना चाहिए।
वाराणसी, जेएनएन। बदलते मौसम के साथ मौसमी बीमारियां भी जोर पकड़ लेती हैं। ऐसे में सभी को बहुत ही सतर्क रहना चाहिए। अगर तबीयत ज्यादा बिगड़े तो तत्काल विशेषज्ञ चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए। साथ ही इन दिनों सर्दी, जुकाम, खांसी या गले में खसखस हो तो तुलसी, अदरक व काली मिर्च का काढ़ा बहुत सहायक होगा। वैसे चिकित्सकों के बिना सलाह के दवा लेने से बचना चाहिए। कुछ इसी तरह की जिज्ञासाओं को रविवार को राजकीय स्नातकोत्तर आयुर्वेद महाविद्यालय के सहायक प्रोफेसर डा. अजय कुमार ने समाधान किया। डा. अजय दैनिक जागरण प्रश्न पहर में पाठकों के सवालों का जवाब दे रहे थे।
सवाल : तुलसी, अदरक, काली मिर्च की सुबह चाय पीने से क्या मौसमी बीमारी से बच सकते हैं?
- श्याम प्रकाश, डीएलडब्ल्यू
जवाब : हां, बिल्कुल सही है। कोशिश करें कि यह चाय बिना दूध के हो। अगर आपको मधुमेह है तो परहेज करें, भोजन सीमित करें और समय पर चिकित्सकीय परामर्श लें।
सवाल : बेटा 16 साल का है। अक्सर ही सर्दी, खांसी एवं नाक जाम रहने की समस्या बनी रहती है। क्या करें?
- मिराज अहमद, पांडेयपुर
जवाब : सुबह में तुलसी, अदरक, काली मिर्च का काढ़ा पीने से काफी राहत मिलेगी। अगर बहुत ज्यादा परेशानी है तो जांच के बाद ही उचित उपचार संभव हो पाएगा।
सवाल : पति को बाइपास सर्जरी हुई है। आजकल वजन अधिक बढ़ रहा है और सांस भी फुल रही है। कैसे आराम मिलेगा?- मधु मिश्रा, शिवपुर
जवाब : सबसे पहले तो सांस एवं वजन कम करने के लिए उपचार करना होगा। दशमुल के काढ़ा से भी काफी आराम मिलेगा।
सवाल : दही खाते हैं तो तुरंत खासी होने लगती है। इससे कैसे निजात पाया जा सकता है?
- सीएल कश्यप, चौकाघाट
जवाब : दही बंद कर दें तो बेहतर होगा। साथ ही विशेषज्ञ चिकित्सक से उचित सलाहकार भी लेना बेहतर होगा।
सवाल : खांसी और सांस फूलने की समस्या है। कैसे ठीक होगी? - रामजी प्रसाद गुप्ता, अलईपुर
जवाब : शाम को चावल या अन्य ठंडी चीज खाने से बचें। सिरमादी का काढ़ा बनाकर रोज लें। इससे आराम मिलेगा।
सवाल : बारिश होने के बाद मच्छर और डेंगू का प्रकोप बढ़ गया है। कैसे बचें? - अंशुमान मालवीय, महमूरगंज
जवाब : कोशिश करे कि अपने आसपास जलजमाव नहीं होने पाए। साथ ही ब्लिचिंग पाउडर व मिट्टी के तेल का छिड़काव जरूरी है। अगर डेंगू की शिकायत हो तो तत्काल नजदीकी सरकारी अस्पताल में जांच कराएं।
सवाल : पेट में दिक्कत रहती है। कैसे ठीक होगा? - आशाशंकर सिंह, चडिय़ा गांव, मीरजापुर
जवाब : रोटी मोटे एवं चोकर युक्त आटे की खाएं। इससे आराम मिलेगा। इसके साथ ही विशेषज्ञ चिकित्सक से परामर्श लेकर उपचार कराना भी उचित रहेगा।
सवाल : मौसम में बदलाव के साथ ही गले में टॉंसिल बढ़ गया है। क्या उपचार है? -पद्मीनी मालवीय, अर्दली बाजार
जवाब : गुनगुने पानी का सेवन करें। ठंडी चीजें चावल, दही, आइसक्रीम से परहेज करें। कोझीक्वात का काढ़ा भी फायदेमंद रहेगा।
सवाल : सर्दी-जुकाम, बदन का दर्द का उपचार क्या है? - विद्यासागर यादव, तिलमपुर
जवाब : पानी और देसी गाय का दूध गुनगुना करके पीएं। अगर इसमें हल्दी पकाकर डालेंगे तो और बेहतर होगा।
सवाल : मौसम बदले के साथ ही तबीयत भी खराब हो जाती है। कैसे बचे? - राजन, शिवपुरवा
जवाब : मौसम के अनुसार खान-पान भी सेवन कीजिए। जूस, दही, फ्रीज का पानी, आइसक्रीम जैसी चीजों के सेवन से बचें।
सवाल : हड्डी में दर्द रहता है। क्या करें? - संतोष मेहता, राजमंदिर
जवाब : सीढ़ी चढऩे से बचे। गाय का दूध लें। गोदंती भस्म व कैल्शियम की गोली भी लाभकारी होगी।
सवाल : डेंगू से कैसे बचाव करें। कैसे करें डेंगू मच्छर की पहचान? - सेनापति ओझा, नगवां लंका
जवाब : पानी न जमा होने दें। जहां पानी जमा हो वहां केरोसिन डालें। जिन मच्छरों पर सफेद धारी बनी हो, वहीं डेंगू मच्छर है।
सवाल : मेरी पत्नी को एंजाइना है। क्या दालचीनी का चूर्ण दिया जा सकता है। - मंगला प्रसाद पांडेय, पहडिय़ा
जवाब : दे सकते हैं। लहसुन की पांच कली के साथ ही ब्राह्मी गुग्गुल दे सकते हैं।
सवाल : तीन महीने से एलर्जी है। सर्दी-जुकाम ने परेशान कर रखा है, क्या करें? - वंदना श्रीवास्तव, विंध्यवासिनी कालोनी
जवाब : महालक्ष्मी विलास रस की दो गोली, चित्रक हरितथी का गरम पानी के साथ सेवन करें।
सवाल : बेटे को डेंगू हो गया है। अब प्लेटलेट ठीक है। खानपान को लेकर क्या सावधानी बरतें?- विष्णुदेव प्रसाद साहू, डीरेका
जवाब : आसानी से पचने वाला भोजन दें। गुडुचि घनवटी और लक्ष्मी विलास रस की दो-दो गोली रोज दें।